मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को जयपुर में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक के समापन समारोह में मीडिया से बात की। इस दौरान गहलोत ने ओलंपिक खेलों के आयोजन को लेकर प्रदेशवासियों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में इतना बड़ा आयोजन है। करीब 40 हजार गांवों के लोगों ने इसमें भाग लिया। गांवों, ब्लॉक, जिला और स्टेट लेवल पर भी खेल आयोजित किए गए। इससे एक मैसेज दिया गया है कि आने वाले समय में खेल और खिलाड़ी राजस्थान में आगे बढ़ता जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अब यह कारवां आगे बढ़ता जाएगा। 26 जनवरी से राजीव गांधी शहरी ओलंपिक खेलों का आयोजन शुरू होगा। इसे भी हम बेहतर ढंग से कराएंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भाजपा के रबर स्टांप करने पर गहलोत ने विरोधियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा भाजपा अपना घर संभाले, कांग्रेस की पंचायती नहीं करे, उसकी इतनी हैसियत नहीं है कि वो पंचायती कर सके। आरएसएस और भाजपा के नेताओं ने आजादी की जंग में मुखबिरी की, इन्होंने फ्रीडम मूवमेंट के अंदर भाग नहीं लिया। कांग्रेस की त्याग, बलिदान और कुर्बानी की कहानी आजादी के पहले की है। मोतीलाल नेहरू से लेकर पार्टी के जितने भी अध्यक्ष बने या नेता हुए, उन्होंने क्या-क्या नहीं किया।
इनको शर्म भी नहीं आती है कि किसकी बात करते हो, यह नए-नए लड़के आ गए हैं और समझते नहीं हैं। इनसे कहो कि पहले वह इतिहास पढ़ें फिर बोलना सीखें। कम से कम उनकी खुद की इमेज तो खराब नहीं हो, वरना जो लोग इतिहास पढ़ने वाले हैं वह उनकी हंसी उड़ाते हैं। इनको कोई ज्ञान तो है नहीं, रबर स्टैंप हो जाएंगे, क्या हो जाएंगे रबर स्टैंप? कल सोनिया गांधी खुद खरगे के घर गई। खड़गे साहब की इच्छा थी कि वह जाएं उनके यहां, लेकिन सोनिया गांधी खुद गईं।
हिमाचल चुनाव में राजस्थान को बदनाम किया जा रहा है के सवाल पर गहलोत ने कहा, हिमाचल के मुख्यमंत्री ने झूठ बोला है, उनके ऊपर इतना बड़ा दबाव है। वहां के कर्मचारियों ने इश्यू बना रखा है कि राजस्थान की तरह ओपीएस लागू करो। जबसे हमने लागू किया तबसे हिमाचल में यह इश्यू है। हिमाचल के मुख्यमंत्री से मेरी चर्चा हुई थी। मैंने उनसे कहा था कि आप इसे एग्जामिन करो, यह मानवीय दृष्टिकोण है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर गहलोत ने कहा, हम तो चाहते हैं कि कांग्रेस एक बार फिर जीतकर आए। हम कार्यक्रम करते हैं, अच्छे कार्यक्रम करते हैं या अच्छे फैसले करते हैं तो रिपीट करने के चांस बढ़ जाएंगे। यह तो मानवीय भाव होता है। उन्हें (भाजपा) कौन मना कर रहा है? हमारी तरह केंद्र सरकार भी अच्छे फैसले करें। देश भर में राजस्थान में एकतरफा फैसले हुए हैं।
उड़ान योजना, ग्रामीण ओलंपिक, राजीव गांधी योना, चिरंजीवी योजना यह सभी हमने बनाईं हैं। यह लोग गुजरात मॉडल की बात करते थे, उस गुजरात मॉडल को हमारे इस मॉडल से कंपेयर करें, फिर अपनी आत्मा को पूछें कि मेरे मॉडल में और अशोक गहलोत के मॉडल में कितना फर्क है? क्या अच्छी बातें हैं वो अपनाएं और जो अच्छी बातें उनकी थीं हमारे पास नहीं हैं वो हमें दें हम राजस्थान में अपना लेंगे। हमें उनकी तरह कोई अहम-घमंड नहीं है।