राजस्थान: गहलोत सरकार में मंत्रियों के बीच बढ़ती जा रही है तकरार, बैठक में धारीवाल और गोविंद सिंह डोटासरा में हुआ विवाद

राजस्थान कांग्रेस में नेताओं के बीच मतभेद बढ़ते ही जा रहे हैं. सरकार में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की बीच बुधवार को कैबिनेट बैठक के दौरान जमकर बहस बाजी हुई. इस तकरार के बाद खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोनों मंत्रियों से बात कर उन्हें समझाया है. हालांकि इस लड़ाई की जानकारी दिल्ली आलाकमान तक पहुंच गई है. जिसके बाद अब डोटासरा और धारीवाल ने चुप्पी साध ली है. कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने भी पूरे मामले की रिपोर्ट लेकर पूरा विवाद तत्काल खत्म करने को कहा है.

दरअसल कैबिनेट की बैठक में डोटासरा और धारीवाल के बीच फ्री वैक्सीनेशन की मांग पर कलेक्टर को ज्ञापन देने के मुद्दे पर ही कहासुनी हुई थी, धारीवाल कलेक्टरों को ज्ञापन देने के खिलाफ थे. वहीं अब इसी मुद्दे को लेकर डोटासरा ने सभी मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जिले में 4 जून से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का फरमान भेज दिया है. बता दें कि धारीवाल जयपुर के प्रभारी हैं और अब तक कलेक्टर के नाम ज्ञापन या प्रेस कॉन्फ्रेंस का उनका कार्यक्रम नहीं बना है.

धर्मगुरु के जनाजे को लेकर भी मंत्रियों में मतभेद

जयपुर में मुस्लिम धर्मगुरु के जनाजे में भीड़ उमड़ने और कांग्रेस विधायक रफीक खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद कई मंत्रियों के बीच इस बात को लेकर विवाद साफ नजर आ रहा है. मंत्री परसदीलाल मीणा ने विधायक रफीक खान का जनाजे में शामिल होना गलत बताया है. कैबिनेट की बैठक में परसदीलाल मीणा ने इस मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब विधायक और बड़े जनप्रतिनिधि ही इस तरह कोराना गाइडलाइंस का उल्लंघन करेंगे तो आम आदमी में क्या मैसेज जाएगा. प्रदेश भर में विधायकों, मंत्रियों को यह ध्यान रखना चाहिए.

विधायक पर FIR को लेकर प्रतापसिंह ने उठाए सवाल

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि क्या विधायक अब अपने क्षेत्र में भी नहीं जा सकता? पुलिस खुद क्या कर रही थी. जनाजे में पुलिस भी थी, कहां भीड़ कंट्रोल कर पाई. पुलिस को इस तरह क्लीन चिट नहीं देनी चाहिए. विधायक जनप्रतिनिधि फिर भी भीड़ कंट्रोल कर लेते हैं. कांग्रेस विधायक के खिलाफ मुकदमा करना गलत है.

प्रतापसिंह ने कहा कई बार दोस्तों के बीच हो जाती गर्मा-गर्मी

प्रतापसिंह ने डोटासरा और धारीवाल की तकरार को लेकर कहा कि एक परिवार में ये सब चलता रहता है. कई बार दोस्तों के बीच भी गर्मा-गर्मी हो जाती है. कांग्रेस में यही तो हमारी डेमोक्रेसी है, यहां सबको खुलकर अपनी बात रखने का मौका मिलता है.

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