राजस्थानः डूंगरपुर में प्रदर्शन के दौरान हिंसा, फायरिंग में एक की मौत

राजस्थान के डूंगरपुर में अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर लगातार तीसरे दिन प्रदर्शन जारी है। अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवा बृहस्पतिवार शाम को उग्र हो गए थे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस दल पर पथराव किया और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। इस बीच, तनावग्रस्त इलाके में गोली चलने व एक व्यक्ति की मौत का भी समाचार है। जबकि इस दौरान करीब 5 लोग घायल हो गए हैं।

हिंसाग्रस्त इलाके में प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को दो और बाइक जला दीं तथा पुलिस पर पथराव किया जबकि एक राजमार्ग पर युवाओं के हिंसक प्रदर्शन के मद्देनजर हालात को सामान्य बनाने की कोशिश के तहत आंदोलनकारी युवाओं के प्रतिनिधि मंडल की जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई।

बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डूंगरपुर व उदयपुर जिलों में युवाओं के हिंसक आंदोलन को गंभीरता से लेते हुए शनिवार रात पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर सहित कई आला अधिकारियों को डूंगरपुर भेजा। मुख्यमंत्री गहलोत ने एक बार फिर प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने और कानून-व्यवस्था को भंग नहीं करने की अपील की है। इससे पहले राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस बारे में मुख्यमंत्री गहलोत से फोन पर बात की थी।

गहलोत ने हालात की समीक्षा के लिए शनिवार रात मुख्यमंत्री निवास पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह, प्रमुख गृह सचिव अभय कुमार, पुलिस महानिदेशक (अपराध) एम.एल. लाठर सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर हिंसा-प्रभावित क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को स्थिति पर नियंत्रण के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।उन्होंने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत कर स्थिति को नियंत्रण में रखने तथा कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत पुलिस महानिदेशक लाठर, जयपुर के पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एम.एन. दिनेश सहित अन्य अधिकारियों को रात्रि में ही हेलीकॉप्टर से डूंगरपुर भेजा।

गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है तथा समाज के किसी भी वर्ग की कानून-सम्मत व न्यायोचित मांगों पर विचार करने तथा संवाद के लिए हर समय तैयार है। उन्होंने टीएसपी क्षेत्र के विद्यार्थियों एवं नौजवानों से अपील की है कि वे हिंसा को छोड़े और सरकार के समक्ष अपनी बात रखने के लिए आगे आएं। पुलिस अधिकारी के अनुसार, रतनपुर से खारीवाड़ा तक लगभग 25 किलोमीटर की दूरी में राजमार्ग बंद है। पिछले दो दिन में प्रदर्शनकारियों ने 20 से अधिक वाहनों को आग लगाई है, कथित तौर पर पेट्रोल पंप व होटल में लूटपाट के साथ ही कई और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है। डूंगरपुर के पुलिस अधीक्षक के वाहन सहित पुलिस के कई वाहनों को जला दिया गया है। पत्थराव में 35 पुलिस वाले घायल हुए हैं। पुलिस ने अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवा बृहस्पतिवार शाम को उग्र हो गए थे।

प्रदर्शनकारियों ने पुलिस दल पर पथराव किया और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। यह हिंसा शुक्रवार को भी जारी रही जबकि डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर प्रदर्शनकारियो ने पुलिस दल पर पथराव किया और कुछ बसों को आग लगा दी। प्रशासन ने एहतियातन जिले में निषेधाज्ञा लगाते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।

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