राकेश टिकैत रुद्रपुर पहुंचे घायलों की जानकारी ली

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत खाद्य विभाग के क्रय केंद्र पर किसानों को हो रही असुविधा पर काफी नाराज हुए। बृहस्पतिवार को जिला भ्रमण के दौरान रुद्रपुर गल्ला मंडी पहुंचे टिकैत ने कहा कि मंडी समिति, खाद्य विभाग, सहकारिता विभाग और क्रय एजेंसियों के कुछ भ्रष्ट कर्मचारी और अधिकारी धान मिल मालिकों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों का धान नहीं खरीद रहे हैं।

सुबह करीब नौ बजे किसान नेता टिकैत गल्ला मंडी के खाद्य विभाग के क्रय केंद्र पर पहुंचे। केंद्र पर सिर्फ वाटर मैन गोपाल सिंह मौजूद थे। इस बीच सहायक क्रय केंद्र प्रभारी देवकीनंदन बुधानी भी पहुंच गए। टिकैत ने आरोप लगाया कि अधिकारी, आढ़ती और धान मिल मालिक मिलकर किसानों को लूट रहे हैं। क्रय केंद्रों पर किसानों के लिए मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं हैं। केंद्र पर पल्लेदारों की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि गल्ला मंडी में अनाज की खुली बोली लगाने के लिए बनाए गए शेड जुआरियों का अड्डा बन गए हैं। 

शेड के नीचे अवैध पार्किंग के साथ लकड़ियों के अवैध चिरान का कार्य चल रहा है। टिकैत ने मंडी निरीक्षक योगेश तिवारी से मंडी में धान की खुली बोली नहीं लगाने की वजह पूछी गई तो उन्होंने बताया कि किसानों की सहमति पर खुली बोली नहीं लग रही है, जिस पर टिकैत ने कहा कि किसानों का धान गल्ला मंडी के गेट पर ही औने-पौने दामों में बिक रहा है। क्रय केंद्र प्रभारी हेमंत जोशी ने कहा कि 17 प्रतिशत से अधिक नमी होने के कारण धान की सरकारी खरीद नहीं हो पा रही है। इधर, सुबह के समय अचानक टिकैत के जिले में पहुंचने की भनक खुफिया विभाग के साथ स्थानीय प्रशासन को भी नहीं लगी।

टिकैत ने रुद्रपुर में भर्ती घायल किसानों का हाल जाना 
किसान नेता राकेश टिकैत रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल पहुंचे और यहां भर्ती लखीमपुरखीरी कांड में घायल हुए किसान का हाल चाल पूछा। उन्होंने किच्छा मार्ग स्थित निजी अस्पताल में भर्ती किसान बिलासपुर निवासी गुरजीत सिंह कोटिया और दिनशेपुर निवासी हरपाल सिंह का हालचाल जाना, जबकि इसी अस्पताल में भर्ती एक अन्य घायल किसान मंत्री सिंह मलवई डिस्चार्ज हो चुके थे। यहां तरविंदर मारवाह, अमनदीप सिंह, पीएस ढिल्लो, वीर सिंह, सुखविंदर लाडी, तजिंदर बाजवा, मलूक सिंह आदि थे।

रुद्रपुर गल्ला मंडी में 1680 की दर से बिका धान
रुद्रपुर गल्ला मंडी में बृहस्पतिवार को कई किसान धान बेचने के लिए पहुंचे लेकिन गल्ला मंडी के गेट पर ही अधिकांश आढ़तियों ने नमी अधिक बताकर किसानों का धान औने-पौने दामों पर खरीद लिया। किसानों को धान का अधिकतम मूल्य 1680 रुपये प्रति क्विंटल तक ही मिल सका, जबकि सरकार ने इस वर्ष धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1940 से 1960 रुपये प्रति क्विंटल तक घोषित किया है। रुद्रपुर मंडी समिति के कर्मचारियों ने किसानों की 65 से अधिक धान की प्रवेश पर्चियां काटीं। मंडी निरीक्षक योगेश तिवारी ने कहा कि गल्ला मंडी में धान बेचने वाले किसानों की प्रवेश पर्चियां काटी जा रही हैं। इनकी सिक्स-आर भी काटी जाएगी। गल्ला मंडी परिसर में निजी खरीद के साथ ही कमीशन एजेंटों के माध्यम से खरीद की जा रही है। 

मंडी शेड के अतिक्रमणकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई- सचिव 
मंडी सचिव आशा गोस्वामी ने कहा कि गल्ला मंडी के शेड किसानों की धान खरीद के लिए बनाए गए हैं। शेड के नीचे अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शेड के नीचे वाहनों की अवैध पार्किंग, फर्नीचर बनाने आदि कर रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शेड से जुआरियों को भी खदेड़ा जाएगा। 

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