अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारतीय नागरिकों को वापस लाए जाने का अभियान जारी है. भारतीय वायुसेना का विमान C-130J 85 भारतीयों को लेकर उड़ान भर चुका है. समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि रिफ्यूलिंग के लिए विमान ने ताजिकिस्तान में लैंडिंग की. काबुल में अधिकारी भारतीय नागरिकों को निकालने में मदद कर रहे हैं. वायुसेना का विमान भारतीयों को ताजिकिस्तान के दुशाम्बे में छोड़ेगा और फिर वे लोग एयर इंडिया की फ्लाइट से देश वापस आएंगे.
इससे पहले मंगलवार को काबुल में भारतीय राजदूत और दूतावास के कर्मियों समेत 120 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान अफगानिस्तान से भारत पहुंचा था. वहीं सोमवार को एक अन्य C-19 विमान भारतीय दूतावास के कुछ कर्मियों समेत करीब 40 लोगों को अफगानिस्तान से भारत लाया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उच्चस्तरीय बैठक की और अधिकारियों को निर्देश दिया था कि सभी भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से सुरक्षित निकाला जाए. इससे पहले दोनों सी-17 विमान काबुल से उड़ान भरकर ईरान एयरस्पेस और अरब सागर के जरिए भारत पहुंचा था.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां पैदा हुई आपात स्थिति के बीच लोगों को निकाला जा रहा है. अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत रूद्रेंद्र टंडन ने यहां रिपोर्ट्स से कहा था कि काबुल में स्थिति अब बहुत जटिल एवं नाजुक है और वहां फंसे लोगों को कमर्शियल उड़ान सेवाएं बहाल होने के बाद वापस लाया जाएगा.
उन्होंने कहा था, “सुरक्षित घर पहुंचकर खुश हूं. हमारा एक बहुत बड़ा मिशन है. हमारा 192 कर्मियों का मिशन है जिन्हें दो चरणों में तीन दिनों के अंदर ही बहुत व्यवस्थित तरीके से अफगानिस्तान से निकाला गया.” पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत का पदभार ग्रहण करने वाले टंडन ने कहा कि दूतावास ने काबुल में तेजी से बदलती परिस्थिति में मुश्किल में फंसे कई भारतीयों की मदद की और उन्हें शरण दी.