हरियाणा के सोनीपत में कुंडली बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के फिलहाल आंदोलन जारी रखने की घोषणा के दूसरे दिन टीडीआई के पास धरनारत निहंगों की एक जत्थेबंदी ने सामान समेटना शुरू कर दिया है। जत्थेबंदी के सदस्यों ने कहा कि सरकार ने कृषि कानून वापस लेकर उनकी मांग मान ली है। अब उन्हें जाने के आदेश हुए हैं। बाकी छोटी-मोटी मांगों को संयुक्त किसान मोर्चा देखेगा।
कुंडली बॉर्डर पर 4 दिसंबर को हुई एसकेएम की अहम बैठक में नेताओं ने एमएसपी गारंटी कानून समेत बाकी सभी 6 लंबित मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का एलान किया था। इसके बाद रविवार को कुंडली में टीडीआई मॉल के पास धरनारत गुरदासपुर के गुरु नानक देव पंथ नाम की निहंग जत्थेबंदी ने वापसी का एलान कर दिया।
निहंग जत्थेदारों ने न केवल अपना सामान समेटकर ट्रकों में लाद दिया बल्कि अपने घोड़ों को भी ट्रकों में चढ़ाकर चलने की तैयारी की। उन्होंने धरनास्थल पर बनाए अपने अस्थायी आशियाने से पूरा सामान समेट लिया और तंबू भी उखाड़ लिए। निंहग सिखों ने एक ट्रक में सामान लोड किया जबकि दूसरे में अपने घोड़ों को चढ़ाया। दो दिन पहले ही निहंग सिख दिल्ली के गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए भी पहुंचे। माना जा रहा है कि कुंडली बॉर्डर पर मौजूद बाकी निहंग जत्थेबंदियां भी जल्द वापसी की तैयारी कर सकते हैं।