मथुरा में समाजवादी पार्टी और रालोद का गठबंधन की सीट मांट विधानसभा पर बुधवार को एक चौंकाने वाला उलटफेर देखने को मिला। शुक्रवार को रालोद ने इस सीट से योगेश नौहवार को अपना प्रत्याशी बनाया था। इसके एक दिन बाद ही सपा ने भी मांट सीट से संजय लाठर के रूप में अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। लेकिन बुधवार को योगेश नौहवार ने नामांकन वापस लेने की खबर देकर सभी को चौंका दिया।
मांट विधानसभा चुनाव में गठबंधन प्रत्याशियों को टिकट के घमासान के बाद अब मांट की राजनीति में एक नया बदलाव आया। रालोद से नामांकन दाखिल करने वाले योगेश नौहवार अपना नामांकन वापस करेंगे। राष्ट्रीय लोक दल द्वारा मांट विधानसभा क्षेत्र से योगेश नौहवार को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन समाजवादी पार्टी से संजय लाठर भी सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मांट विधानसभा क्षेत्र को लेकर बी फॉर्म लेकर आए थे और अपना नामांकन भरने की बात कह रहे थे। गठबंधन में रार को देखकर रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने मांट से रालोद के उम्मीदवार योगेश नौहवार को दिल्ली बुलाया और मांट से अपना नामांकन वापस करने की बात कही। योगेश नौहवार ने बताया कि जो राष्ट्रीय नेतृत्व का आदेश होगा वह उसे मानेंगे और मांट विधानसभा से चुनाव नहीं लड़ेंगे। यह बात खुद योगेश नौहवार सोशल मीडिया पर पोस्ट की है।
अखिलेश यादव के करीबी हैं संजय लाठर
एमएलसी डॉ. संजय लाठर एक बार फिर मांट विधानसभा क्षेत्र से भाग्य आजमाने जा रहे हैं। इससे पहले वह 2012 में भी मांट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। तब उन्हें समाजवादी पार्टी के टिकट पर 51 हजार वोट मिले थे। सपा मुखिया अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले डॉ. संजय लाठर सपा युवजन सभा और सपा छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में एमएलसी के साथ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। 2012 का चुनाव हारने के बाद भी मांट में उनकी सक्रियता रही। उन्होंने मथुरा में ही अपना ठिकाना भी बना लिया।