एक ओर जहां इंडियन प्रीमियर लीग 2024 को तूफानी बैटिंग के लिए याद किया जाएगा तो वहीं दूसरी ओर इस सीजन को खराब अंपायरिंग के लिए भी हमेशा कोसा जाएगा. आईपीएल के 17वें सीजन में अंपायरिंग बेहद खराब रही है और इसका एक ताजा उदाहरण राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के एलिमिनेटर मैच में देखने को मिला. इस मुकाबले में आरसीबी के बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को नॉट आउट देने पर बवाल हो गया. दरअसल आरसीबी की पारी के 15वें ओवर में आवेश खान की गेंद पर अंपायर ने दिनेश कार्तिक को LBW आउट दिया लेकिन तीसरे अंपायर अनिल चौधरी ने उन्हें नॉट आउट दे दिया और यहीं से बवाल शुरू हो गया.
दिनेश कार्तिक के विकेट पर बवाल क्यों?
दिनेश कार्तिक को आवेश खान ने अपनी फुल लेंग्थ गेंद पर LBW आउट कर दिया था. मैदानी अंपायर ने उन्हें आउट दिया और कार्तिक भी वापस जा रहे थे. लेकिन तभी उनके साथी खिलाड़ी महिपाल लोमरोर ने उन्हें रिव्यू के लिए कहा. जब तीसरे अंपायर ने रीप्ले देखा तो गेंद उनके पैड्स पर लगने से पहले किसी चीज पर टकाराई थी. तीसरे अंपायर ने आनन-फानन में उन्हें नॉट आउट दे दिया. लेकिन रीप्ले में साफ दिखाई दे रहा था कि गेंद का संपर्क कार्तिक के बल्ले से नहीं हुआ था. बल्कि कार्तिक का बल्ला उनके पैड्स पर टकराया था और स्निकोमीटर पर उसी की वाइब्रेशंस दर्ज हुई थी.
कार्तिक को नॉट आउट देने पर बवाल
दिनेश कार्तिक को जैसे ही नॉट आउट दिया गया, राजस्थान के खिलाड़ी हैरान रह गए. इस टीम के क्रिकेट डायरेक्टर कुमार संगकारा तो चौथे अंपायर के पास शिकायत करने पहुंच गए. हालांकि अब फैसला हो चुका था और कार्तिक को जीवनदान मिल गया था.
वैसे कमेंट्री पैनल ने भी तीसरे अंपायर के फैसले पर अफसोस जताया. सुनील गावस्कर ने इस फैसले को सरासर गलत बताया और रवि शास्त्री ने इसे शॉकर तक कह दिया. हालांकि दिनेश कार्तिक जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए. आरसीबी का ये बल्लेबाज 13 गेंदों में 11 रन ही बना पाए. गजब की बात ये है कि उनका विकेट आवेश खान ने ही लिया.