बसपा से प्रदेश के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह को लेकर जिले में तरह-तरह की चर्चाएं दिन भर होती रहीं। शनिवार को उनके भाजपा में शामिल होने संबंधी सूचना सोशल मीडिया में तेजी फैलने के बाद उन्होंने संबंधित सोशल मीडिया एकाउंट को बंद करवाने के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा है।
रसड़ा विधान सभा सीट से निर्वाचित बसपा के एक मात्र विधायक उमाशंकर सिंह ने शनिवार को सोशल मीडिया में झूठी सूचना प्रसारित करने पर संबंधित फेसबुक एकाउंट को ब्लाक करने और कार्रवाई केलिए पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा है। विधायक ने पत्र में कहा है कि एक फेसबुक एकाउंट से भ्रामक और आधारहीन सूचनाएं इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित की गई हैं।
इस तरह की सूचना फैला कर जनता के बीच मेरी लोकप्रिय छवि को धूमिल करने की सोची समझी साजिश सुनियोजित एवं कूटनीतिक तरीके से रची जा रही है। उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया में उमाशंकर सिंह के भाजपा में जाने व उनके कैबिनेट में शामिल होने और बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा पार्टी से उन्हें निलंबित कर देने की अफवाहें छाई रहीं।
जाति-पाति के नाम पर बने संगठन भविष्य के लिए घातक : उमाशंकर
राजनीति में आए हालिया परिवर्तन चिंता जताने वाले हैं। देश व प्रदेश में जाति-पाति के नाम पर बने छोटे-छोटे संगठन व पार्टियां भविष्य के लिए घातक साबित हो सकती हैं। ये बातें प्रदेश में बसपा से चुनाव जीतने वाले इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह ने शुक्रवार को कहीं।रसड़ा से तीसरी बार चुनाव जीतने के बाद विधायक ने पत्रकार वार्ता में कहा कि वर्तमान में जो राजनीति हो रही है, यह ठीक नहीं है। कारण कि जाति-पाति के नाम देश व प्रदेश में बने छोटे-छोटे संगठन व पार्टियों को बड़ी पार्टियों द्वारा प्रश्रय दिया जाना है।इसका फायदा उठाकर ये लोग बड़ी पार्टियों को किसी भी कार्य के लिए मजबूर कर देते हैं, जो भविष्य के लिए किसी भी पार्टी के लिए घातक हो सकते हैं। कहा कि बसपा ही एक ऐसी पार्टी है जो वोट के लिए इनसे समझौता नहीं करती है।