डॉलर के मुकाबले रुपये (Dollar vs Rupees) में गिरावट आज थम गई है. बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे मजबूती के साथ 77.17 प्रति डॉलर के स्तर पर खुला. कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में गिरावट और रिजनल करेंसी में सुधार के बीच अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 12 पैसे बढ़कर 77.32 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजार में गिरावट और विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी से हालांकि रुपये की बढ़त सीमित रही. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कुछ दिन की बिकवाली के बाद जोखिम धारणा में स्थिरता से स्थानीय मुद्रा को मदद मिल सकती है जबकि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और घरेलू बाजारों में निकासी का रुपया पर नकरात्मक असर पड़ेगा.
रूस यूक्रेन संकट (Russia Ukraine Crisis) के साथ साथ फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) के द्वारा महंगाई दर को नियंत्रण में रखने के लिए ब्याज दरों में तेजी बढ़ोतरी की संभावनाओं के बाद डॉलर में मजबूती आई है. जिसका असर भारत सहित दुनिया भर की करंसी पर देखने को मिला.
12 पैसा बढ़कर बंद हुआ रुपया
मंगलवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूती के साथ 77.27 के भाव पर खुला और कारोबार के दौरान 77.20 से 77.45 प्रति डॉलर के बीच झूलने के बाद अंत में 12 पैसे की बढ़त के साथ 77.32 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. पिछले कारोबारी दिवस रुपया 54 पैसे लुढ़ककर 77.44 प्रति डॉलर के अपने ऑलटाइमनिचले स्तर पर बंद हुआ था.
2 सत्रों में 29 पैसे मजबूत हुआ रुपया
बॉन्ड यील्ड बढ़ने और फेडरल रिजर्व के द्वारा दरों में और आक्रामक बढ़त करने के अनुमानों से डॉलर इंडेक्स में तेजी से रुपये पर दबाव पड़ा था. पिछले दो सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 109 पैसे टूट गया. हालांकि, मंगलवार और बुधवार को रुपये में मजबूती से यह 29 पैसे बढ़ा है.
आधी हुई रुपये की कीमत
रुपया डॉलर के मुकाबले 2008 के बाद करीब आधा रह गया है. साल 2008 में एक डॉलर की औसत कीमत 43 रुपये के करीब थी, फिलहाल कीमत 77 के स्तर को पार कर चुकी है. यानि इस दौरान एक रुपये की कीमत 0.02325 डॉलर से घटकर 0.01298 डॉलर पर आ गई है. आंकड़ों के अनुसार 2008 के बाद से 14 साल की औसत कीमत पर नजर डालें तो 5 साल डॉलर की कीमत में कमी देखने को मिली है वहीं 9 साल डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ है.