खेद सहित समाचार देना पड़ रहा है कि भारत को गंभीर अनाज संकट से निकलने वाले, हरित क्रांति के जनक, डॉ. बोरलॉग के सहयोगी, गेहूं की बौनी प्रजातियों के सृजक डॉ. एमएस स्वामीनाथन का 98 की आयु में चेन्नई में निधन हो गया। यह भारत के कृषि जगत की बहुत बड़ी क्षति है। जब कमल नाथ देश भर में विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) बनाने का अभियान चलाये हुए थे और एक दिन में 200 फाइलें स्वकृत कर रहे थे तब डॉ. स्वामीनाथन का ही हौसला था कि देश में आज कृषि क्षेत्र बनाने की जरूरत है। ‘देहात’ की हार्दिक श्रद्धांजलि !
गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’