कोरोना वायरस की दूसरी लहर से देश में हालात काफी खराब हैं। देश में चार लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं। इसी बीच देश में ऑक्सीजन संकट भी लगातार बढ़ता ही जा रही है। दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत सबसे ज्यादा हैं। दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि अगर अभी से तैयारी करेंगे तभी कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर पाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा ज्यादा हो सकता है। ऐसे में बच्चों की वैक्सीनेशन पर भी सरकार ध्यान दे। कोर्ट ने कहा कि अगर बच्चे संक्रमित होंगे तो मां-बाप क्या करेंगे। कोर्ट ने कहा कि तीसरी लहर में मेडिकल स्टॉफ भी थक चुका होगा, तब क्या करेंगे। कोर्ट ने केंद्र से पूछा कि मां-बाप खुद अस्पताल में रहेंगे या नहीं, बच्चों की देखभाल कैसे और कौन करेगा, इसके लिए हम कितने तैयार हैं।