एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन की वापसी के फैसले के बीच सीरम का बयान

दुनियाभर में कोरोनावायरस महामारी के दौरान लोगों को टीके मुहैया कराने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने दुनियाभर से कोरोना वैक्सीन वैक्सजेवरिया को वापस मंगाया है। इसे लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के प्रवक्ता ने कहा ‘हम दुनियाभर के लोगों की चिंताओं को पूरी तरह से समझते हैं। हमारा पूरा ध्यान पारदर्शिता और सुरक्षा पर जोर देने पर है। प्रवक्ता ने आगे कहा कि कंपनी ने 2021 की पैकेजिंग में थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम और थ्रोम्बोसिस समेत दुर्लभ से दुर्लभ साइड इफेक्ट का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान कई चुनौतियां सामने आई, इसके बावजूद वैक्सीन की सुरक्षा सर्वोपरि बनी हुई है।

एस्ट्राजेनेका ने दुनियाभर से वापस मंगाई है वैक्सीन
बता दें कि एस्ट्राजेनेका ने अपना कोरोना का टीका वापस मंगा लिया है। कंपनी का कहना है कि वह दुनियाभर से अपनी वैक्सजेवरिया वैक्सीन को वापस मंगा रही है। एस्ट्राजेनेका के लाइसेंस वाली कोविशील्ड वैक्सीन भारत में भी कोरोना से बचाव के लिए दी गई थी। भारत में लगाई गई कोविशील्ड वैक्सीन भी उसी फार्मूले पर बनी है, जिस पर वैक्सजेवरिया वैक्सीन बनी है। भारत में कोविशील्ड का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने किया था, लेकिन अभी तक भारत में कोरोना वैक्सीन वापस लेने का कोई फैसला नहीं हुआ है। 

एस्ट्राजेनेका ने किया है यह दावा
एस्ट्राजेनेका ने दावा किया है कि वैक्सीन का अपडेट संस्करण उपलब्ध है, इसलिए वैक्सीन के पुराने स्टॉक को वापस मंगाया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने 5 मार्च को ही वैक्सीन वैक्सजेरवरिया को वापस मंगाने का फैसला कर लिया था, लेकिन यह आदेश 7 मई से प्रभावी हुआ।

ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका का यह कदम ऐसे वक्त सामने आया है, जब कंपनी ने बीते दिनों ही स्वीकार किया है कि कुछ मामलों में कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट सामने आए हैं और इसकी वजह से कुछ लोगों में थ्रंबोसिस थ्रंबोसाइटोपीनिया सिंड्रोम बीमारी के लक्षण देखे गए हैं, जिसमें लोगों में खून के थक्के जमने लग जाते हैं।

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