केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने गुरुवार को फलस्तीन के समर्थन में एक विशाल रैली का आयोजन किया। इस रैली में कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य शशि थरूर अपने एक बयान में इस्राइल का समर्थन कर गए और उन्होंने हमास के हमले को आतंकी घटना बता दिया। अब थरूर के इस बयान पर हंगामा हो गया है और कई वामपंथी नेताओं ने थरूर के बयान की आलोचना की है।
वामपंथी नेताओं ने घेरा
सीपीआईएम के नेता और पूर्व विधायक एम स्वराज ने कहा कि थरूर के कुछ बयान इस्राइल समर्थक थे और थरूर ने यह स्वीकार नहीं किया कि इस्राइल एक आतंकी देश है। स्वराज ने कहा कि थरूर का बयान ऐसा था जैसे आईयूएमएल की कीमत पर इस्राइल एकजुटता बैठक की गई हो। स्वराज ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि ‘थरूर इस बात को लेकर सुनिश्चित थे कि फलस्तीन की तरफ से जो किया गया, वह एक आतंकी हमला था जबकि वह लोग अपना 90 फीसदी देश इस्राइल के हाथों खो चुके हैं।’
सीपीआईएम नेता ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि थरूरत को उनके शब्दों का मतलब ना पता हो। साथ ही वह इस विवाद के इतिहास से भी वाकिफ ना हों, ये भी नहीं हो सकता लेकिन इसके बावजूद थरूर ने इस्राइल को आतंकी देश नहीं माना। केरल के सत्ताधारी गठबंधन एलडीएफ के विधायक केटी जलील ने भी थरूर के बयान की आलोचना की और कहा कि थरूर के बयान से ऐसा लगा जैसे यह इस्राइल के समर्थन में रैली निकाली जा रही थी।
थरूर को देनी पड़ी सफाई
वहीं विवाद होने पर थरूर ने अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से फलस्तीन के लोगों के साथ रहे हैं। बता दें कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने गुरुवार को केरल के कोझिकोड में फलस्तीन के समर्थन में एक रैली का आयोजन किया। इस रैली में कांग्रेस सांसद थरूर को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया। इस दौरान थरूर ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस्राइल फलस्तीन विवाद का हमेशा के लिए समाधान होना चाहिए। हालांकि उन्होंने इस्राइल पर हमास के बर्बर हमले की भी निंदा की और इसे आतंकी घटना बताया। इसे ही लेकर थरूर को निशाना बनाया जा रहा है। हालांकि आईयूएमएल ने थरूर का समर्थन किया है और कहा है कि थरूर ने साफ कर दिया है कि वह फलस्तीन के लोगों के समर्थन में हैं और इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है।