नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती पर लगे जय श्रीराम के उद्घोष पर शिवसेना ने सामना में लिखा, ‘हमारा विचार है कि ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से ममता को चिढ़ना नहीं चाहिए। उल्टे उनके सुर में सुर मिलातीं तो दांव उलटा भी पड़ सकता था। पश्चिम बंगाल में बीजेपी फतह करने के इरादे से मैदान में उतरी है। तभी टैगोर की तरह दाढ़ी बढ़ा चुके पीएम मोदी भी कोलकाता पहुंचे।’