सहारनपुर के बेहट पुलिस थाना के प्रभारी पीयूष दीक्षित ने बताया है कि मिर्जापुर क्षेत्र स्थित पूर्व एम. एल.सी. और खनन माफिया हाजी इकबाल की ग्लोबल यूनिवर्सिटी की बस में सवार छात्रों ने पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाये जिसका वीडियो वायरल हो गया। वीडियों में ग्राम कुरडीखेड़ा निवासी छात्र सोबान तथा शाबान की पहचान हो गई है। पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगाने वाले अन्य छात्रों की पहचान की जा रही है।
अभी 74वें गणतंत्र दिवस पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में राष्ट्रध्वज अभिनन्दन के समय मुस्लिम छात्रों ने भारत माता की जय बोलने के बजाय अल्लाहू अकबर के नारे लगाये। विश्वविद्यालय परिसर में 2 व 3 फरवरी को पुन: मज़हबी नारे लगाये गए। गणतंत्र दिवस पर अन्य स्थानों पर भी राष्ट्रध्वज का अपमान किया गया। एक मुस्लिम शिक्षक को भारत माता के चित्र की अवज्ञा करने पर निलंबित भी किया गया।
जिन विभाजनकारी मानसिकता और भारत की सनातन संस्कृति के प्रति दुर्भावना के कारण हिन्दु-मुस्लिम के आधार पर भारत का बटवारा करा दिया, वे तत्व देश में गोलबन्द होकर 1947 जैसा माहौल बनाने की एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। कट्टरपंथी मुस्लिम नेताओं के साथ खुद को धर्मनिरपेक्ष बताने वाले कथित बुद्धिजीवी, साहित्यकार, कलाकार, पत्रकार और नौकरशाह तथा न्यायधीश तक इस मुहिम में शामिल हैं, भले ही उनका जन्म सनातन परिवार में हुआ हो। ये लोग आतंकवादियों व देश द्रोहियों से आगे निकल हिन्दू समाज और सनातन संस्कृति पर ही हमला करने लग गए हैं। इस विघट नकारी षड्यंत्र के चलते ही पाकिस्तान जिन्दाबाद जैसे नारे लग रहे हैं। समग्र राष्ट्र को इस चुनौती का दृढ़ता व सूझबूझ से मुकाबला करना है।
गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’