मंकीपॉक्स का पांचवा नया मामला सामने आया है जब नाइजीरिया से लौटी महिला के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इस महिला को लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि इस तरह देश में अब तक 10 मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं वैश्विक स्तर पर मंकीपॉक्स के मामले 32 हजार के करीब पहुंच गए हैं, अमेरिका में भी इस वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 12,688 पर पहुंच गया है। अमेरिका ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। गौरतलब है कि भारत में भी अब तक मंकीपॉक्स की चपेट में 10 लोग आ चुके हैं, जबकि एक की मौत हो चुकी है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च एवं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (आईसीएमआर-एनआइवी) के शोधकर्ताओं ने जानकारी दी है कि भारत में सामने आए पहले दो मामलों में रोगी मंकीपाक्स वायरस स्ट्रेन ए.2 से संक्रमित थे। यह यात्री यूएई से भारत लौटे थे। आईसीएमआर-एनआईवी की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर प्रज्ञा यादव के नेतृत्व में किए गए शोध के अनुसार, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से लौटे दो रोगियों के जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला है कि वो मंकीपॉक्स वायरस स्ट्रेन ए.2 से संक्रमित थे, जोकि यूरोप में फैले संक्रमण से अलग है। गौरतलब है कि यूरोप के बड़े हिस्से में पाया जाने वाला स्ट्रेन बी.1 है। हालांकि, शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि ए.2 स्ट्रेन कितना खतरनाक है
वहीं अब तक दिल्ली में भी मंकीपॉक्स के चार मामले सामने आ चुके हैं। बुधवार को नाइजीरियाई मूल की एक महिला में इसके संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसी तरह बुधवार को केरल में भी एक मरीज इससे संक्रमित मिला था। ऐसा लगता है कि क्या कोरोना के बाद मंकीपॉक्स एक नई आफत बनकर सामने आया है। भले ही भारत में संक्रमण की दर उतनी नहीं है लेकिन धीरे-धीरे इसके नए मामले सामने आ रहे हैं। वहीं इस बीच केरल में इसकी वजह से एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इसकी पुष्टि करते हुए जानकारी दी है कि 22 वर्षीय यह युवक संयुक्त अरब अमीरात से लौटा था। 30 जुलाई को इस मरने वाले व्यक्ति के नमूने एनआईवी भेजे गए थे, जिसमें मंकीपॉक्स होने की पुष्टि हो गई थी। देश में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को मंकीपॉक्स बीमारी को फैलने से रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।