चीन की कंपनियों द्वारा भारत के कुछ नेताओं की जासूसी करने की खबरों के बीच सरकार ने बुधवार को इस मुद्दे को यहां चीन के राजदूत के समक्ष उठाया. यह जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल को एक पत्र लिखकर दी है. पत्र में कहा गया है कि इस मामले को चीन के विदेश मंत्रालय के समक्ष भी उठाया गया है.
मंत्री ने वेणुगोपाल को बताया, ”इस मामले को विदेश मंत्रालय ने आज चीन के राजदूत के समक्ष उठाया. बीजिग में हमारे दूतावास ने इसे चीन के विदेश मंत्रालय के समक्ष भी उठाया. चीनी पक्ष ने कहा कि शेनजेन जेन्हुआ एक निजी कंपनी है.” उन्होंने कहा, ”चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि संबंधित कंपनी और चीन सरकार के बीच कोई संबंध नहीं है.”
जयशंकर का यह बयान वेणुगोपाल द्वारा इस मामले को राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान उठाने के बाद आया है. जयशंकर ने पत्र में बताया कि शेनजेन जेन्हुआ के एक प्रतिनिधि ने कहा कि डेटा मुक्त स्रोत (ओपन सोर्सेज) से लिए गए हैं. मंत्री ने कहा कि कंपनी ने गोपनीय सूत्रों से निजी जानकारियां हासिल किए जाने की बात से इनकार किया है.