श्रीनगर में लाल चौक के पास सोमवार को आतंकियों ने सीआरपीएफ पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि इस हमले में एक सीआरपीएफ का जवान शहीद हो गया है। पुलिस ने बताया कि श्रीनगर में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया है, जबकि एक अन्य घायल हो गया है, जिसे एसएमएच अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हमले की सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षा बल के जवान मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने इलाके को घेर कर आतंकियों की तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया है।
इससे पहले आज जिला पुलवामा में आतंकियों ने एक बार फिर दो गैर स्थानीय लोगों को निशाना बनाया। दहशतगर्दों ने पुलवामा के लजोरा में दो लोगों को गोली मार कर घायल कर दिया। दोनों घायलों को एसएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों घाटी के बाहर के रहने वाले बताए जा रहे हैं। वहीं, रविवार की शाम को पुलवामा जिले के ही लिट्टर इलाके में पोल्ट्री की गाड़ी लेकर आए दो गैर-कश्मीरियों को आतंकियों ने गोली मार दी थी। घायलावस्था में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों पंजाब के पठानकोट के रहने वाले हैं।
घटना के बाद पुलिस तथा अन्य सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी हासिल की। प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ के बाद पूरे इलाके को घेर कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि उन्हें धर दबोचा जाए।
29 मार्च को बारामुला में सीआरपीएफ बंकर पर हुआ था हमला
वहीं, 29 मार्च को बारामुला के सोपोर कस्बे में सीआरपीएफ के बंकर पर बुर्का पहन कर ओवर ग्राउंड वर्कर महिला ने हमला किया था। महिला का कनेक्शन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा बताया गया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। वह पहले भी कुछ आपराधिक मामले में शामिल पाई गई है।
पिछले माह दो मजदूरों को मारी गई थी गोली
आतंकियों ने पिछले महीने दो मजदूरों गोली मारी थी। 21 मार्च को पुलवामा जिले के गांजू इलाके में बिहार के रहने वाले मजदूर विश्वजीत कुमार को गोली मार दी थी। इससे एक दिन पहले यानी 20 मार्च को पुलवामा में बिजनौर के रहने वाले बढ़ई मोहम्मद अकरम (40) को गोली मार दी गई थी। पिछले साल 17 अक्तूबर को कुलगाम में एक घर में घुसकर बिहार के रहने वाले तीन मजदूरों को गोली मार दी थी। जिसमें दो की मौत हो गई थी।