मथुरा के नौहझील थाना क्षेत्र में पुलिस ने सत्यापन अभियान के तहत ईंट-भट्ठों पर काम कर रहे 90 बांग्लादेशी मजदूरों को हिरासत में लिया है, जिनमें पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। पुलिस अब उनसे गहन पूछताछ कर रही है।
थाना क्षेत्र में संचालित सैकड़ों ईंट-भट्ठों पर बिहार, मध्यप्रदेश, असम समेत अन्य राज्यों के मजदूर कार्यरत हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने हाल ही में क्राइम मीटिंग के दौरान संदिग्ध लोगों के सत्यापन के निर्देश दिए थे। शुक्रवार को खुफिया विभाग और पुलिस की टीम ने गांव खाजपुर स्थित मोदी ईंट भट्ठे पर सत्यापन के दौरान कुछ संदिग्ध मजदूरों को देखा।
पूछताछ में मजदूरों ने खुद को बंगाल का निवासी बताया, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने खुद को बांग्लादेशी मुस्लिम स्वीकार किया। उनके कुछ साथी आरपीएस ईंट उद्योग, जरैलिया-सेऊपट्टी में भी काम कर रहे थे। पुलिस ने दोनों स्थानों से कुल 35 पुरुष, 27 महिलाएं और 28 बच्चों सहित 90 लोगों को हिरासत में लिया।
पूछताछ में बांग्लादेशियों ने बताया कि वे 10-15 साल पहले भारत आए थे और हरियाणा, गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली, अलीगढ़ जैसे स्थानों पर काम करते रहे। पिछले 6-7 महीनों से वे यहां ईंट-पथाई का काम कर रहे थे।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि सभी बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और अन्य सुरक्षा व जांच एजेंसियों को भी सूचित कर दिया गया है।