मुजफ्फरनगर नगर पालिका परिषद में आर्थिक अनियमितताओं का एक मामला प्रकाश में आया है। मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत वार्ड 21 में एक ओपन जिम लगाए जाने की स्वीकृति करीब एक वर्ष पूर्व दी गई थी।
टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद ठेकेदार को 6.65 लाख रुपये की राशि का भुगतान भी कर दिया गया, लेकिन जिम का निर्माण कार्य स्थल पर शुरू ही नहीं हुआ। मामला उजागर होने के बाद पालिका प्रशासन ने हड़बड़ी में मिट्टी भरवाकर मशीनों की स्थापना के लिए कंक्रीट का आधार तैयार करवाना शुरू किया।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा नए शामिल किए गए क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं विकसित करने हेतु मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना की शुरुआत की गई थी। इसी योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में, 5 मार्च 2024 को पालिका ने 18 विकास कार्यों के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे। इन कार्यों में वार्ड 21, 22, 35, गांधी नगर स्थित रामप्यारी पार्क और हरिवृंदावन सिटी के दरोगा पार्क में ओपन जिम लगाना भी शामिल था।
वार्ड 21 में पार्षद रजत धीमान के प्रस्ताव पर दक्षिणी रामपुरी क्षेत्र में ओपन जिम स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए निर्माण विभाग ने 6,79,810 रुपये की लागत का अनुमान तैयार किया। टेंडर 5 मार्च को जारी किए गए थे और इन्हें 20 मार्च 2024 को खोला जाना था।