सौतेले बाप ने बेटे की हत्या कर शव प्लास्टिक के ड्रम में मिट्टी में छिपाया

पंजाब के लुधियाना में सलेम टाबरी के भट्टियां इलाके में शनिवार उस समय सनसनी फैल गई, जब सौतेले पिता द्वारा अपने बीस साल के बेटे की निर्मम हत्या कर उसका शव छत पर पड़े प्लास्टिक के ड्रम में डाल देने का मामला सामने आया। आरोपी ने हत्या कर बीस साल के बेटे पियूष के हाथ पैर बांध दिए और ड्रम को ऊपर से मिट्टी का प्लास्टर कर दिया ताकि किसी को कुछ पता न चल सके।

दस दिन तक मां अपने बेटे को ढूंढती रही, लेकिन वह नहीं मिल रहा था। शनिवार को पियूष की मां गीता को शक हुआ तो वह ऊपर गई। छत पर पड़े ड्रम से प्लास्ट हटाया तो बेटे के पैर बंधे हुए थे। जिसके बाद उसका शोर सुन आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए। सौतेले बेटे को दर्दनाक मौत देने की बात पता चलते ही सभी लोग हैरान हो गए।

सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी और थाना सलेम टाबरी की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जांच के बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने इस मामले में गीता की शिकायत पर उसके पति विवेक नंद मंडल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी दो दिन पहले ही बेटे को ढूंढने की बात कह फरार हो चुका है। पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। 

जांच करती पुलिस।

जानकारी के मुताबिक गीता की शादी पहले विवेक नंद मंडल के भाई हिम्मत के साथ हुई थी। पियूष हिम्मत का ही बेटा था। पति पत्नी में झगड़ा होने के बाद गीता ने हिम्मत को तलाक दिया और उसी के छोटे भाई विवेद नंद मंडल से शादी कर ली और गांव से लुधियाना आकर किराये के मकान में रहने लगे। घरेलू बातों को लेकर दोनों में झगड़ा होने लगा था।

विलाप करते परिजन।

विवेक नंद मंडल अक्सर गीता के साथ मारपीट करता था। मां के साथ मारपीट होते देख पियूष अपने सौतेले पिता के साथ बहस करता था और मां के साथ मारपीट का विरोध करता था। विवेक मंडल का सौतेले बेटे के साथ भी झगड़ा होने लगा था। कुछ दिन पहले गीता विवेक मंडल से झगड़ा कर अपनी बहन के घर चली गई। पीछे से विवेक और पियूष के बीच भी झगड़ा हुआ। इसी दौरान आरोपी ने पियूष की निर्मम हत्या कर दी और उसके हाथ पैर बांध कर छत पर पड़े ड्रम में शव रख दिया।

जांच करती पुलिस।

किसी को हत्या की वारदात का पता न चले उसने ड्रम पर मिट्टी का प्लास्टर कर दिया। जिसके बाद आरोपी ने गीता से कहा कि पियूष कहीं लापता हो गया है। गीता काफी समय तक बहन के घर रहकर ही उसकी तलाश करती रही, लेकिन पियूष मिल नहीं रहा था। विवेक ने दो दिन पहले गीता से कहा कि वह पियूष को ढूंढने जा रहा है और उसे ढूंढ कर ही वापिस आएगा। गीता को शक हुआ और वह घर लौट आई। गीता छत पर गई तो ड्रम के पास काफी दुर्गंध थी। उसने मिट्टी हटाई तो बेटे के पैर नजर आए। जिसके बाद सारा खुलासा हुआ। 

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी

युवक की हत्या।

थाना सलेम टाबरी के एसएचओ सब इंस्पेक्टर हरजीत सिंह ने बताया कि आरोपी दो दिन पहले ही फरार हो गया था। जिसकी तलाश के लिए टीम बिहार के लिए रवाना होने वाली है। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि आरोपी ने पियूष की हत्या कैसे की है। शव की हालत अभी खराब  है। आरोपी को भी पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी। 

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