कोरोना से अभिभावकों को खोने वाले छात्रों को परीक्षा शुल्क नहीं लगेगा : सीबीएसई

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खोने वाले 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए CBSE ने एक बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, CBSE बोर्ड ने ऐसे छात्रों के लिए एग्जाम फीस और रजिस्ट्रेशन फीस को माफ करने की घोषणा की है। 20 सितंबर को जारी एक सर्कुलर में CBSE ने स्कूलों को बताया है कि एलओसी ऑनलाइन जमा करना 17 सितंबर से शुरू हो गया है और 30 सितंबर को बिना लेट फीस के खत्म हो जाएगा। लेट फीस के साथ एलओसी जमा करने की आखिरी तारीख 9 अक्टूबर है।

CBSE ने ऐसे छात्रों के नाम इकट्ठा करने के दिए निर्देश

सर्कुलर में कहा गया है कि कोविड 19 महामारी के दौरान माता-पिता को खोने वाले छात्रों से रजिस्ट्रेशन शुल्क या फिर कोई परीक्षा शुल्क नहीं लिया जाएगा। सीबीएसई ने सर्कुलर में स्कूलों से उन उम्मीदवारों के नाम जमा करने को कहा है, जिन्होंने कोविड -19 के कारण अपने माता-पिता या जीवित माता-पिता या अभिभावक दोनों को खो दिया है।

सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर का आधिकारिक बयान

CBSE के एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने एक बयान में कहा है, “कोरोना महामारी ने देश पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है और छात्रों पर इसके प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने 2021-22 सेशन के लिए राहत देने का फैसला किया है। बोर्ड द्वारा उन छात्रों से न तो परीक्षा शुल्क लिया जाएगा और ना ही रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया जाएगा, जिन्होंने महामारी में अपने माता-पिता दोनों या परिवार की देखभाल करने वाले अभिभावक अथवा कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता को कोविड-19 के कारण खो दिया है।”

आपको बता दें कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान देश में बड़ी संख्या में बच्चे अनाथ हुए थे। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जून 2021 तक देश में कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 4 लाख थी। इस त्रासदी को विभाजन के बाद सबसे बडी त्रासदी माना गया था।

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