सुप्रीम फैसला: 370 खात्मे पर उगला ज़हर !

भारत की सर्वोच्च अदालत ने आज ऐतिहासिक फैसला देते हुए 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 समाप्त करने के निर्णय पर अपनी मोहर लगा दी है। प्रधान न्यायधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की 5 सदस्यीय संविधान पीठ ने एकमत से निर्णय दिया कि संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करना संविधान सम्मत है।

यह कुछ घंटो पहली खबर है। ताज़ा खबर यह है कि जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग एक मजहबी देश बनाने का सपना देखने वाले विषधर फनफना कर अपने बिलों से बाहर आकर फुंकारने लगे हैं। जिस फारूक अब्दुल्ला के पिता शेख अब्दुल्ला को मुल्क से गद्दारी के कारण जेल में ठूस दिया गया था वह लोकतंत्र का लाभ उठाते हुए लोकसभा में ज़हर उगल रहा है। जो महबूबा मुफ़्ती अपने कुर्ते की जेब में चाँद सितारे का हरा झंडा लिए घूमती रही और तिरंगे को हाथ में उठाने से इंकार करती रही, वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के लोगों को अगली लड़ाई लड़ने के लिए तैयार रहने का आह्वान कर रही है क्यूंकि उसकी निगाह में लड़ाई अभी ख़तम नहीं हुई। वह कहती है कि हमें अपने अलग संविधान और अलग झंडे के लिए लम्बी लड़ाई लड़नी है। स्पष्ट ही देशवासियों को आस्तीन में छिपे सापों से सावधान रहना होगा। ये कश्मीर में भी हैं और देश के अंदर विभिन्न हिस्सों में भी बिलों में दुबके हैं।

गोविन्द वर्मा
संपादक ‘देहात’

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