निरंजनी अखाड़े (Niranjani Akhara) के महंत और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (All India Akhara Parishad) के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. पुलिस ने महंत गिरि के कमरे से छह से सात पेज का सुसाइड नोट (Suicide Note) बरामद किया है. पुलिस ने उनके शिष्य आनंद गिरि, लेटे हुए हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को गिरफ्तार किया है. सुसाइड नोट में तीनों का जिक्र है. तीनों पर महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है.
महंत नरेंद्र गिरी आत्महत्या मामले में प्रयागराज के जॉर्ज टाउन थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. आनंद गिरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर नरेंद्र गिरी के शिष्य अमर गिरी पवन महाराज ने दर्ज करवाई है.
सुसाइड नोट में आनंद, आद्या और संदीप का जिक्र है
वहीं, एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने बताया कि मौके से मिले सुसाइड नोट में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया गया है. उत्तराखंड पुलिस के सहयोग से आनंद गिरि को देहरादून में हिरासत में लिया गया है.
हमें साजिश के तहत फंसाया जा रहा है
वहीं आद्या तिवारी की पत्नी सरस्वती देवी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पति और बेटे को निर्दोष बताया है. वहीं आनंद गिरि ने भी अपने ऊपर लगे आरोप को खारिज किया है. उन्होंने साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब उन्हें (महंत नरेंद्र गिरि) को पढ़ना लिखना नहीं आता था तो सुसाइड नोट कैसे लिखा.
नरेंद्र गिरि का शव फांसी से लटका मिला था
महंत नरेंद्र गिरि का शव प्रयागराज में बाघंबरी मठ में उनके आवास पर मिला, नरेंद्र गिरि का शव फांसी से लटका हुआ था. जब पुलिस ने कमरे की तलाशी ली वहां से सुसाइड नोट बरामद हुआ.