बरेली में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान की अगुवाई में शुक्रवार को फलस्तीन के समर्थन में नौमहला मस्जिद में सामूहिक दुआ की गई। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। पहले यह इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में होनी थी, मगर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी।
दोपहर दो बजे तक सामूहिक दुआ को लेकर असमंजस बना रहा, क्योंकि मौलाना तौकीर रजा समेत आईएमसी नेताओं के घरों के बाहर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया था। मस्जिद के बाहर भी फोर्स तैनात रही। जुमे की नमाज के बाद मौलाना तौकीर रजा की अगुवाई में लोग मस्जिद पहुंचे और फलस्तीन के समर्थन में सामूहिक दुआ की।
पुलिस प्रशासन पर भड़के मौलाना
पुलिस का पहरा लगाए जाने पर मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि हिंदुस्तान में अब सामूहिक दुआ पर भी पाबंदी लगाई जाएगी तो जीने का कोई मतलब नहीं रह जाता। अगर हमें इतनी भी आजादी नहीं है कि चार आदमी बैठकर दुआ कर सकें तो इससे ज्यादा अन्याय और दमन नहीं किया जा सकता है। यह अन्याय हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे।
मौलाना ने कहा कि हमारा कार्यक्रम शांतिपूर्वक होता है, लेकिन इन लोगों को शांति पसंद नहीं है। ये लोग हमारे नाम से दंगे फसाद करना चाहते हैं। हमारी हर बात पर कहते हैं कि भड़काई भाषण दे दिया है। हमारे हर अमल को आतंकवादी अमल बताते हैं। ये सब बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि फलस्तीन के समर्थन में सामूहिक दुआ की गई। वहां के लोगों को जरूरी सामानों की जरूरत है। हम इसके लिए सरकार और दूतावास से बात करेंगे।