घरवालों को पता तक नहीं था किसान आंदोलन में शामिल है बेटा, ITO के पास ट्रैक्टर पलटने से हुई मौत

दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा में एक 27 साल के शख्स नवरीत सिंह की मौत हो गई. नवरीत सिंह ऑस्ट्रेलिया में अपनी पढ़ाई के लिए गए थे, जहां से वो हाल ही में लौटे थे. ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद वो दिल्ली की सीमाओं पर 63 दिनों जारी किसान आंदोलन में शामिल हो गए थे. चौंकाने वाली बात यह रही कि मृतक नवरीत सिंह के परिवार को इस बात का अंदाजा तक नहीं था कि नवरीत आंदोलनरत किसानों के प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए थे.

अधिकारियों ने बताया कि उनके परिवार को इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि सिंह राजधानी की सीमाओं पर प्रदर्शनकारियों में शामिल हो गए थे. अधिकारियों ने कहा कि रामपुर के बिलासपुर क्षेत्र के कई किसानों ने विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली का रुख किया था. इसी दौरान जिले के डिबडिबा गांव के निवासी नवरीत भी दिल्ली में किसानों के आंदोलन में शामिल होने के लिए आए थे.

दरअसल, नवरीत की मौत मध्य दिल्ली के आईटीओ (ITO) में हिंसा के दौरान ट्रैक्टर पलटने से हुई. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘कुछ किसान हमें मारने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान एक ट्रैक्टर को हमने बैरिकेड से टकराते हुए देखा. ये देख हमारे कर्मी उसे बचाने गए. मगर गुस्साए किसानों के एक समूह ने उन्हें रोक दिया. इसी दौरान दुर्घटना में नवरीत सिंह की मौत हो गई. इसके बाद प्रदर्शनकारी किसान शव के साथ काफी समय तक बैठे रहे और पुलिस को शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से मना कर दिया.

हालांकि बिलासपुर की किसान मणिदेव चतुर्वेदी ने इस बात से साफ इनकार कर दिया कि पुलिस को शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से मना कर दिया गया. उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने नवरीत पर आंसू गैस के गोले छोड़े. इनमें से एक गोला नवरीत के सिर पर लगा, जिसके बाद उसने स्टीयरिंग व्हील पर से नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद ये हादसा हो गया’. मणिदेव चतुर्वेदी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि इस दौरान पुलिस ने नवरीत की कोई मदद नहीं की. हालांकि कुछ किसानों का यह भी कहना है कि नवरीत की मौत पुलिस द्वारा गोली लगने से हुई है.

वहीं, पुलिस ने कहा, ‘आईटीओ में किसानों का एक बड़ा समूह गाजीपुर और सिंघू बॉर्डर से आया था और नई दिल्ली की ओर जाने की कोशिश कर रहा था. तभी उन्हें रोका गया, जिसके बाद समूह हिंसक हो गया और बैरिकेड्स को तोड़ने लगा. लोहे की ग्रिल और डिवाइडर को नुकसान पहुंचाया और पुलिसकर्मियों पर हमले की कोशिश करने लगा’.

रामपुर जिला प्रशासन और पुलिस की एक टीम ने मंगलवार शाम को नवरीत की मौत के सिलसिले में उनके परिवार से मुलाकात की. पुलिस अधिकारी ने बताया कि नवरीत के पिता साहब सिंह ने हमें बताया कि दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का हिस्सा रहे किसानों ने उन्हें सूचना दी कि उनके बेटे की मौत हो गई है.

एक अधिकारी ने बताया, ‘परिवार ने हमें बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि नवरीत दिल्ली में था और किसानों के साथ विरोध कर रहा था’. अधिकारी ने बताया, ‘परिजनों ने बताया कि नवप्रीत उधम सिंह नगर जिले के बाजपुर (उत्तराखंड) में एक रिश्तेदार से मिलने के लिए घर से निकला था’.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here