रामनवमी के जुलूस में हुए हादसे के शिकार युवकों के परिजनों ने कोटा स्टेट हाईवे को किया बंद

कोटा जिले के कोटड़ा दीपसिंह गांव में रामनवमी के जुलूस के दौरान हादसे में तीन युवकों की मौत के बाद बड़ौद में हंगामे के हालात बन गए हैं। हिंदू संगठन से जुड़े लोग और ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे 70 को जाम कर दिया है। लोगों की मांग है मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए। जान गंवाने वाले तीनों युवक जिले के बड़ौद गांव के निवासी हैं। युवकों के शव सुल्तानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रखवाए गए हैं।

बता दे कोटा जिले के सुल्तानपुर इलाके के कोटड़ा दीप सिंह गांव में रामनवमी जुलूस के दौरान हुए हादसे में करंट की चपेट में आने से तीन युवकों की मौत हो गई थी। जुलूस के दौरान करतब दिखाते हुए 11 केवी लाइन से तीनों युवकों को करंट लगा था। हादसे के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों का आरोप है कि यहां हाईटेंशन लाइन घरों के ऊपर से गुजर रही है और तार बहुत नीचे लटक रहे हैं। बिजली विभाग की इसी लापरवाही से तीनों युवकों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। उनकी मांग है कि इन मृतक युवकों के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए।

इस मुद्दे पर जिला कलेक्टर ओपी बुनकर का कहना था कि प्रारंभिक तौर पर बिजली कर्मियों की कोई गलती सामने नहीं आ रही है। इसलिए उन्होंने जांच से भी इनकार किया है। दूसरी तरफ बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक योगेश रेनवाल का कहना है कि मृतक युवाओं को न्याय दिलाने के लिए वे आंदोलन कर रहे हैं। इस पूरे मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए हैं. एहतियातन जाब्ता भी मौके पर तैनात किया गया है।

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