‘भारतीयों का हित हमारी सबसे बड़ी चिंता’, कतर में आठ पूर्व नौसैनिकों की सजा मामले पर बोले बागची

कतर की अदालत द्वारा भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों की मौत की सजा को कम किए जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि उनकी सजाएं कम कर दी गई हैं, लेकिन (अदालत का) विस्तृत फैसला देखने तक उनके पास साझा करने के लिए कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं है। उन्होंने मीडिया से फिर से आग्रह किया कि वह अटकलों में शामिल न हों। बागची ने कहा, भारतीयों और उनके परिवार के सदस्यों का हित हमारी सबसे बड़ी चिंता है। हम निश्चित रूप से कानूनी टीम और परिवार के सदस्यों के साथ अगले संभावित कदमों पर भी चर्चा करेंगे।

आरिहा मामले पर जर्मन अधिकारियों के संपर्क में भारत
साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बेबी आरिहा मामले पर भी बात की। उन्होंने कहा, यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम इसकी निगरानी करना जारी रखेंगे। मेरे पास इस सप्ताह कोई तत्काल अपडेट नहीं है। हमारे पास राजनयिक पहुंच (कॉन्सुलर एक्सेस) है। हम भारतीय संस्कृति में बच्चे के पालन-पोषण को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं और इस दिशा मे काम कर रहे हैं। भारतीय त्योहारों, रीति-रिवाजों और प्रथाओं से संबंधित संसाधन सामग्री जर्मन अधिकारियों को सौंप दी गई है। उन्होंने कहा, हम बच्ची की सांस्कृतिक, राष्ट्रीय पहचान और अधिकारों की रक्षा करने और उसकी भारत वापसी सुनिश्चित करने के लिए जर्मन अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।

कनाडा में मंदिर अध्यक्ष के बेटे के घर पर गोलीबारी पर क्या कहा
कनाडा में लक्ष्मी नारायण मंदिर के अध्यक्ष के बेटे के आवास पर हुई गोलीबारी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘ब्रिटिश कोलंबिया में उस घटना के बारे में हमारी समझ यह है कि यह एक निजी आवास पर हुई थी। यह घटना निश्चित रूप से मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य से संबंधित थी। मैं समझता हूं कि इस मामले में जांच चल रही है। मुझे नहीं लगता कि इस स्तर पर इसके पीछे की प्रेरणाओं या विवरणों पर टिप्पणी करना उचित है।’

फ्रांस में रोके गए विमान के यात्रियों को लेकर कही ये बात
मानव तस्करी के संदेह में फ्रांस में चार दिनों तक भारतीय यात्रियों को लेकर खड़े रहे विमान को लेकर भी बागची ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘पेरिस के पास तकनीकी ठहराव के दौरान इसे उड़ान भरने से रोक दिया गया और कुछ भारतीय वहां ठहरे हैं, जिनकी सटीक संख्या मेरे पास नहीं है। उन्हें फ्रांसिसी अधिकारियों द्वारा स्थानीय कानूनों के अनुसार निपटाया जा रहा है। अगर उन्हें हमसे किसी मदद की जरूरत है, तो हम राजनयिक सहायता प्रदान करेंगे।’

आतंकी हाफिज सईद के प्रत्यर्पण के लिए भेजा अनुरोध
मुंबई के 26/11 आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के प्रत्यर्पण को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, यह व्यक्ति भारत में कई मामलों में वांछित है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी है। इस सबंध में, हमने पाकिस्तान सरकार को संबंधित सहायक दस्तावेजों के साथ एक अनुरोध से अवगत कराया है कि उसे एक विशेष मामले में मुकदमे का सामना करने के लिए भारत प्रत्यर्पित किया जाए। 

डॉ. प्रदीप राजपुरोहित ग्रेनेडा और डोमिनिका में भारत के अगले उच्चायुक्त
विदेश मंत्रालय ने बताया कि आईएफएस अधिकारी डॉ. प्रदीप सिंह राजपुरोहित को कैरिबियाई देशों ग्रेनेडा और डोमिनिका में भारत के अगले उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है। वह अभी त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य में देश के उच्चायुक्त हैं। 

इस्राइली दूतावास के बाहर धमाके पर एमईए ने क्या कहा
दिल्ली में इस्राइली दूतावास के पास कम तीव्रता वाले विस्फोट के कुछ दिनों बाद विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शुक्रवार को कहा कि संबंधित एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा,’संबंधित एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। उन्हें अपनी जांच पूरी करने दीजिए।’ विस्फोट में ईरान के शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, मुझे निश्चित रूप से ऐसी किसी भी चीज की जानकारी नहीं है, जिसका आपने किसी खास संस्था या देश को दोषी ठहराने के बारे में जिक्र किया है। मैं इस पर टिप्पणी नहीं करने जा रहा हूं कि अन्य देश क्या कह रहे हैं।

अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट मंगलवार शाम को यहां चाणक्यपुरी राजनयिक एन्क्लेव में इस्राइली दूतावास के पास हुआ। उन्होंने बताया कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ और घटनास्थल के पास इस्राइली राजदूत को संबोधित एक ‘अपमानजनक’ पत्र मिला। हालांकि अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन दिल्ली पुलिस के अलावा स्पेशल सेल और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी मामले को देख रहे हैं।

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