नई दिल्ली। भारतीय जनसंघ के जनक रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लोगों की खूब सेवा की। इस दौरान कुछ कोरोना से संक्रमित हुए तो कई ने जान गंवा दी। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने एक बार फिर कृषि विधेयकों को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। वहीं, इस दौरान कृषि बिल को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि बीते दिनों में हमारी सरकार ने युवा और किसानों के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं।
पीएम बोले कि लोगों के जीवन में सरकार जितना कम दखल देगी, उतना बेहतर होगा। आजादी के कई साल बाद तक किसानों के नाम पर कई नारे लगे, लेकिन उनके नारे खोखले थे। पीएम मोदी ने कहा कि कृषि बिल से छोटे किसानों को सबसे अधिक फायदा होगा। पीएम ने कहा कि अब किसान की मर्जी है कि वो कहीं पर भी फसल बेचे, जहां पर किसान को अधिक दाम मिलेगा वो वहां बेच सकेगा। बीजेपी के कार्यकर्ताओं को आसान भाषा में किसानों को समझाना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने किसानों से झूठ बोला, अब वो किसान के कंधे पर बंदूक रखकर चला रहे हैं।
ये लोग झूठ फैलाकर किसान को बरगला रहे हैं। कुछ लोगों ने राष्ट्रहित के बजाय खुद के हित को सर्वोपरि रखा। किसानों को कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसकी वजह से वो अपनी फसल कहीं बेच नहीं पा रहा था। पीएम ने कहा कि हमने MSP में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की। अबतक एक लाख करोड़ रुपये से अधिक किसानों को दिए जा चुके हैं। पीएम ने कहा कि यूपीए सरकार ने सिर्फ 20 लाख करोड़ का ऋण किसानों को दिया था, लेकिन हमारी सरकार ने 35 लाख करोड़ से अधिक का लोन दिया।
इसके साथ ही पीएम ने कहा कि किसानों की तरह मजदूरों के साथ भी वर्षों तक धोखा किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि अब एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले मजदूरों के स्वास्थ्य के लिए काम किया गया है, दिहाड़ी के समय को निर्धारित किया गया है, नए कानून में पेंशन की बात भी है। साथ ही न्यूनतम वेतन को एक स्तर पर लाने की कोशिश है। पीएम ने कहा कि अब महिला मजदूरों को भी समान मानदेय मिलेगा।