कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने पर किसानों ने आज भारत बंद का आह्वान है। पंजाब में भी किसान संगठन बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरकर 300 से अधिक स्थानों पर धरना देने की तैयारी कर रहे हैं। किसानों के धरने में दूसरे राज्यों से भी किसान नेता पहुंचकर स्थानीय किसानों का मनोबल बढ़ाएंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने पर 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया है। पंजाब की 32 किसान जत्थेबंदियों ने भी पंजाब भर में धरने लगाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
पंजाब के खुफिया विभाग के अनुसार सोमवार को किसान 300 से अधिक स्थानों पर धरना और प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान कुछ जिलों में किसान रेलवे यातायात रोकने का भी प्रयास करेंगे। खुफिया विभाग की ओर से मिले इनपुट के बाद सरकार की ओर से सभी जिलों के डीसी को हर पहलू पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। इधर पंजाब सरकार की ओर से सभी किसान जत्थेबंदियों से अपील की गई है कि वह अपना आंदोलन शांति पूर्वक जारी रखें।
आपातकालीन सेवाओं को छोड़ आज सब कुछ बंद
संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया है कि सोमवार को भारत बंद के दौरान आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। किसान सुबह 6 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक सड़कों पर डेरा डालेंगे। इससे हरियाणा में दर्जनों स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्गों समेत स्टेट हाईवे पर जाम रहेगा। इस दौरान एंबुलेंस, सेना और पत्रकारों के वाहनों को आने जाने की छूट रहेगी। किसान संगठनों ने हिसार में चार स्थानों आदमपुर, बरवाला, देवा और रामायण में रेलगाड़ी रोकने का भी दावा किया है। मोर्चा ने किसानों के लिए व्यापारियों, कर्मचारियों समेत सभी वर्गों से समर्थन का आह्वान किया है। उधर, हरियाणा पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है।
एसकेएम समन्यव समिति के वरिष्ठ सदस्य डॉ. दर्शनपाल ने रविवार को कुंडली बॉर्डर पर बातचीत में बताया कि सोमवार सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक भारत बंद रखा जाएगा। किसान संगठनों ने श्रम संगठनों सहित अपने समर्थकों के साथ यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी योजना बनाई है कि आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर, देशभर में सभी कार्य स्थगित रहे। केंद्रीय श्रम संगठन नई दिल्ली के जंतर मंतर पर सुबह 11 बजे एक विरोध रैली करेगा।
मोर्चा का दावा, कई संगठनों ने दिया बंद को समर्थन
संयुक्त किसान मोर्चा समन्वय समिति के सदस्य डॉ. दर्शनपाल ने दावा किया कि भारत बंद को कई राजनीतिक दलों के साथ साथ कई अन्य संगठनों ने किसानों को समर्थन दिया है। उन्होंने बताया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली आंध्र प्रदेश सरकार ने घोषणा की कि राज्य सड़क परिवहन की बसों को 26 तारीख की रात से 27 तारीख की दोपहर तक सड़कों से दूर रखा जाएगा।
केरल में सत्ताधारी एलडीएफ ने भी बंद का समर्थन किया है। अब तक माकपा, भाकपा, फारवर्ड ब्लॉक, समाजवादी पार्टी, भाकपा माले (लिबरेशन), भाकपा माले न्यू डेमोक्रेसी, एसयूसीआई (सी), एमसीपीआई (यू), भारतीय क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी के अलावा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, आप, सपा, तेदेपा, जनता दल सेक्युलर, बसपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रमुक, शियद, शियद-संयुक्त, वाईएसआरसीपी, झामुमो, राजद, स्वराज इंडिया और अन्य दलों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया। ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन की कई बार एसोसिएशनों और स्थानीय इकाइयों ने भी अपना समर्थन दिया है।