दिल्ली: सप्ताह की शुरुआत में शेयर बाजार में मजबूती देखने को मिली, जहां सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांक बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। इस दौरान सरकारी स्वामित्व वाली रेलवे क्षेत्र की कंपनी रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के शेयरों में भी अच्छी खासी तेजी दर्ज की गई। सोमवार को कंपनी के शेयर में 2% से अधिक का उछाल देखने को मिला और खबर लिखे जाने तक यह लगभग 0.80% की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था।
258.96 करोड़ रुपये के दो सरकारी ठेके
रेलटेल को यह तेजी दो अहम सरकारी अनुबंध मिलने के चलते मिली है। कंपनी ने बताया कि उसे बिहार और हिमाचल प्रदेश में सरकारी एजेंसियों से कुल 258.96 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट मिले हैं।
रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक, पहला बड़ा अनुबंध बिहार एजुकेशन प्रोजेक्ट काउंसिल (BEPC) से मिला है। यह कॉन्ट्रैक्ट राज्यभर के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को छात्र किट उपलब्ध कराने से जुड़ा है। इस अनुबंध की कुल लागत 243 करोड़ रुपये है, जिसे 14 अगस्त 2025 तक पूरा किया जाना है। कंपनी ने स्पष्ट किया कि यह ऑर्डर पूरी तरह घरेलू आपूर्ति अनुबंध (डोमेस्टिक सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट) की श्रेणी में आता है और इसमें किसी संबद्ध संस्था या प्रमोटर की भागीदारी नहीं है।
हिमाचल प्रदेश से दूसरा ठेका
दूसरा प्रोजेक्ट हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग से मिला है, जो समग्र शिक्षा अभियान के तहत दिया गया है। इस ठेके की कुल राशि 15.96 करोड़ रुपये है, जिसके अंतर्गत प्रदेश के 5,507 सरकारी स्कूलों में UPS सिस्टम और प्रिंटर की आपूर्ति की जानी है। यह प्रोजेक्ट 6 अक्टूबर 2025 तक पूरा किया जाएगा। यह अनुबंध भी पूरी तरह से घरेलू आपूर्ति श्रेणी में शामिल है।
म्यूचुअल फंड्स ने दिखाई रुचि
रेलटेल के प्रदर्शन और हालिया सरकारी अनुबंधों को देखते हुए म्यूचुअल फंड्स ने भी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। ट्रेंडलाइन के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2025 की तिमाही में म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 0.10% से बढ़कर 0.12% हो गई है।