कश्मीर से 370 हटने के बाद से ठप था ट्रेड, 19 माह बाद पाक ने भारत से व्यापार बहाली का किया फैसला

भारत से व्यापार को लेकर इमरान की कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है। आर्थिक मामलों से जुड़ी कैबिनेट ने भारत के साथ व्यापार को मंजूरी दे दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान की ओर से दो साल बाद भारत से कपास, धागा और चीनी के आयात से रोक हटाई है। पाकिस्तान की इकॉनमी को-ऑर्डिनेशन काउंसिल ने ये फैसला लिया है। पाकिस्तान ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद भारत से इंपोर्ट बंद कर दिया था। इधर भारत ने भी पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान से आने वाले सभी सामानों पर 200 प्रतिशत की ड्यूटी लगा दी थी। जिसके बाद से ही दोनों देशों के बीच व्यापार बंद पड़ा था। लेकिन चीनी की बढ़ती कीमतों और संकटों से जूझ रहे कपड़ा उद्योग को बचाने के लिए पाकिस्तान की इमरान सरकार ने भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने को मंजूरी दी। 

पीएम मोदी ने लिखा पत्र 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरान खान को पाकिस्तान नेशनल डे के मौके पर बधाई का पैगाम भेजा। पीएम मोदी ने अपने पत्र में पाकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों की आकांक्षा की बात करते हुए कहा था कि विश्वास का वातावरण, आतंक और बैर रहित माहौल इसके लिए अनिवार्य है। पीएम मोदी ने लिखा कि मान्यवर, मानवता के इस बेहद कठिन काल में मैं आपको और पाकिस्तान की जनता को कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के लिए भी शुभेच्छा देना चाहूंगा। 

वार्ता के लिए अनुकूल माहौल जरूरी: इमरान

पाकिस्तान दिवस के मौके पर पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन्हें भेजी गई बधाइयों के जवाब में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख कर कहा है कि जम्मू कश्मीर मुद्दा सहित दोनों देशों के बीच लंबित सभी मुद्दों का समाधान करने को लेकर सार्थक और नतीजे देने वाली वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी के पत्र के जवाब में खान ने उनका शुक्रिया अदा किया और कहा कि पाकिस्तान के लोग भारत सहित सभी पड़ोसी देशोंके साथ शांतिपूर्ण सहयोगी संबंध की आकांक्षा करते हैं। आतंक मुक्त माहौल पर खान ने कहा कि शांति तभी संभव है, यदि कश्मीर जैसे सभी लंबित मुद्दों का समाधान हो जाए। 

भारत-पाक आ रहे पास

  • सीजफायर पर सहमति बनी और सीमा पर गोलीबारी पूरी तरह से बंद है। जिससे एलओसी पर बसे लोग अब सामान्य जिंदगी जीते नजर आ रहे हैं 
  • नदी विवाद सुलझाने पर रजामंदी हुई और इसका नतीजा ये हुआ कि दिल्ली में सिंधु नदी विवाद पर भारत और पाकिस्तान के अधिकारी आमने-सामने बैठकर  वार्ता की और झगड़े का एक मुद्दा बातचीत की टेबल तक पहुंचा।     
  • बाजवा की शांति की अपील से एलओसी पर पाक स्पांयर गतिविधियां कम हुईं जिससे दोनों देश आगे बढ़ने के लिए तैयार दिख रहे हैं। 
  • प्रधानमंत्री की बधाई से नतीजा ये हुआ कि पाकिस्तान पर दबाव बना और इमरान खान ने अपनी तरफ से सुलह का हाथ आगे बढ़ाया। वो ये मान रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति बहुत जरूरी है। 

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