ट्रंप ने फिर से मुस्लिमों के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध लगाने का किया वादा

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वादा किया है कि अगर वह फिर से राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वह पिछले कार्यकाल की तरह फिर से कुछ मुस्लिम देशों के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध लागू करेंगे। शनिवार को रिपब्लिकन-यहूदी सम्मेलन में बोलते हुए ट्रंप ने ये बात कही। ट्रंप ने हमास को पूरी तरह से कुचलने और इस्राइल के समर्थन की भी बात कही। 

ट्रंप ने मुस्लिमों के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध लगाने की बात कही
सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा कि ‘क्या आपको यात्रा प्रतिबंध याद है? दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने पर पहले दिन से फिर से वह यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि हम नहीं चाहते कि वो लोग हमारे देश में आएं, जो हमारे देश को तबाह करना चाहते हैं। उनकी सरकार ने लागू किए गए यात्रा प्रतिबंध से अच्छी सफलता मिली है। उन चार सालों के दौरान एक भी घटना नहीं हुई क्योंकि हमने बुरे लोगों को अपने देश से दूर रखा।’

बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से फिर से राष्ट्रपति पद की रेस में हैं और फिलहाल रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से सबसे आगे चल रहे हैं। बता दें कि साल 2017 में ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान ईरान, लीबिया, सोमालिया, सीरिया, यमन, इराक और सूडान से लोगों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि बाद में इराक और सूडान से यह प्रतिबंध हटा लिए गए थे। 

इस्राइल का किया खुलकर समर्थन
ट्रंप ने अपने संबोधन में हमास के खिलाफ लड़ाई में इस्राइल का खुलकर समर्थन किया और हमास को तबाह करने की बात कही। ट्रंप ने जो बाइडन पर ईरान का तुष्टीकरण करने का भी आरोप लगाया। ट्रंप ने कहा कि हर इस्राइली और अमेरिकी नागरिक की तरफ से हम हमास के बर्बर हमले के खिलाफ 100 प्रतिशत…110 प्रतिशत इस्राइल के साथ हैं। ट्रंप ने जो बाइडन पर एक कमजोर राष्ट्रपति होने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी कमजोरी की वजह से उनका देश इस हालात में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि वह शांति बहाल करेंगे और तीसरा विश्व युद्ध होने से रोकेंगे।

ट्रंप ने कहा कि आज दुनिया में तनाव का माहौल है। अगर मैं राष्ट्रपति होता तो इस्राइल पर कभी भी हमला ना हुआ होता। हमने दुनिया के शीर्ष आतंकी और ईरान के कसाई सोलेमानी का सफाया किया। मैं एक बार फिर से ईरान पर प्रतिबंध लगाऊंगा और उनकी फंडिंग पर रोक लगाऊंगा। ट्रंप ने यरूशलम में अमेरिकी दूतावास खोलने के अपने फैसले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब वह सत्ता में आएंगे तो अमेरिका के दुश्मनों को अमेरिकी लोगों का खून बहाने से पहले सोचना पड़ेगा क्योंकि हम एक बूंद खून के बदले उनका एक गैलन खून बहा देंगे।’

व्हाइट हाउस ने की आलोचना
व्हाइट हाउस ने ट्रंप के यात्रा प्रतिबंध लागू करने के वादे की आलोचना की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि हमें इस नफरत के खिलाफ साथ आने की जरूरत है। व्हाइट हाउस ने ट्रंप पर इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। 

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