उमेश पाल हत्याकांड: बरेली जिला जेल के दो अधिकारी समेत सात निलंबित, सिपाही समेत दो गिरफ्तार

बरेली जिला जेल (सेंट्रल जेल-2) में बंद अशरफ से उसके गुर्गों की अवैध तरीके से मुलाकात कराने के मामले में अब जेल अधिकारियों पर गाज गिरी है। डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट के बाद डीजी जेल ने सोमवार को जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह और पांच बंदी रक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में पीलीभीत जेल के सिपाही समेत दो की गिरफ्तारी भी हुई है। पीलीभीत का सिपाही एक महीने पहले तक बरेली जेल में तैनात रहा। इस कार्रवाई से जेल प्रशासन में खलबली मच गई है। 

प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में नामजद माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ बरेली जिला जेल में बंद है। प्रयागराज पुलिस ने एनकाउंटर और गिरफ्तारियों के बाद ही खुलासा कर दिया था कि उमेश पाल की हत्या की योजना साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसके भाई अशरफ ने बनाई थी। जांच में सामने आया है कि शूटरों ने 10 और 11 फरवरी को बरेली जेल में अशरफ से मुलाकात की थी। जेल में अशरफ से गुर्गों की अवैध तरीके से मुलाकात कराई जाती थी। 

जेल प्रकरण में अब तक छह गिरफ्तार 

सात मार्च को बरेली जिला जेल के सिपाही शिवहरि अवस्थी और जेल में सब्जी की सप्लाई करने वाले नन्हे उर्फ दयाराम को एसओजी और सर्विलांस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया था। इसके बाद जेल में अशरफ से मुलाकात करने वाले दो गुर्गों की गिरफ्तारी हुई। सोमवार को एक और सिपाही मनोज गौड़ को गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरा आरोपी बरेली का निवासी है। यह अशरफ के गुर्गे लल्ला गद्दी का साथी है।

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