उमेश पाल मर्डर: अतीक अहमद की पत्नी और दोनों बेटों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की शुक्रवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई. धूमनगंज थानाक्षेत्र में उमेश पाल के घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने बम और गोली से उन पर हमला किया. इस हमले में उमेश पाल के अलावा उनके दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए. राजू पाल बहुजन समाज पार्टी के विधायक थे और 2005 में उनकी हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल उस हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. राजू पाल की हत्या में मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद है जो गुजरात की एक जेल में निरुद्ध है.

अब इस मामले में पूर्व सांसद अतीक अहमद की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही है. पत्नी शाइस्ता परवीन और दोनों बेटों के खिलाफ भी इस मामले में FIR दर्ज कर ली गई. ताजा जानकारी के मुताबिक पुलिस की 10 टीमें हमलावरों की तलाश में जुटी है. STF प्रयागराज, वाराणसी यूनिट को लगाया गया. पूर्वांचल के कुख्यात शूटरों की लोकेशन के बारे में पता लगाया जा रहा है. इसके लिए सर्विलांस और खुफिया एजेंसियों को लगाया गया है. साथ ही प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी में छापेमारी की जा रही है. आजमगढ़ और मऊ में भी शूटरों की तलाश में जारी है.

उमेश पॉल हत्याकांड से जुड़ी एक और बड़ी खबर सामने आ रही है. सूत्रों के मुतबिक पुलिस ने अतीक़ अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन से भी इस मामले में पूछताछ की है. अतीक़ के दो बेटों सहित एक दर्जन से पुलिस हिरासत में पूछताछ जारी है. साथ ही अतीक़ अहमद गैंग के कई शूटरों पर पुलिस की नज़र है. इस घटना में पूर्वांचल के शूटर्स के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है. सीसीटीवी फुटेज में दिखे शूटर्स में एक शूटर की शक्ल लोकल शूटर से मेल खा रही है.

उमेश पाल हत्याकांड मारे गए मृतक गनर संदीप निषाद के परिजन प्रयागराज पहुंचे. एसआरएन अस्पताल में बेटे के जाने के गम में परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. संदीप एकलौता मंझला बेटा था जो कि पूरे घर परिवार का खर्च उठाता था. 2018 में पुलिस में भर्ती हुआ था और साल 2021 में उसकी शादी हुई थी. उमेश की मां शांति देवी ने बताया कि उनसे अतीक अहमद ने कहा था कि वह उनके बेटों को मरवा देगा. अब उमेश की बुजुर्ग मां अपने बेटे के लिए न्याय की गुहार लगा रही है. योगी सरकार की सख्ती के बाद उमेश पाल के घर जिला अधिकारी और सीएमओ के आदेश पर डॉक्टरों की टीम पहुंची.

इस मामले में पुलिस ने क्या कहा

प्रयागराज के पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि सूचना प्राप्त हुई कि किसी मामले में पैरवी कर रहे उमेश पाल पर हमला हुआ. उनके अनुसार सरकार की ओर से उन्हें दो सुरक्षाकर्मी दिए गए थे और वे भी इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए. शर्मा ने बताया कि स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में उमेश पाल की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उमेश पाल के सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की भी देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि दूसरे सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह का इलाज चल रहा है.

उमेश पाल पर बम फेंके गए और फायरिंग हुई

पुलिस आय़ुक्त ने बताया कि यह घटना उमेश पाल के घर के बाहर हुई. उनका कहना है कि प्रारंभिक सूचना के मुताबिक उमेश पाल पर दो बम फेंके गए और एक छोटे हथियार से गोली चलाई गई. उनके मुताबिक परिजन धूमनगंज थाना में तहरीर दे रहे हैं जिसके आधार पर विधिक कार्यवाही की जाएगी. पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए आठ से दस टीम लगा दी गई हैं और ये टीम अलग-अलग जगह गई हुई हैं. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पता लगाया जा रहा है कि हमलावर कितनी संख्या में थे.

क्या है राजू पाल हत्याकांड मामला

25 जनवरी 2005 को इलाहाबाद पश्चिमी सीट से तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस वारदात में देवी पाल तथा संदीप यादव नामक दो अन्य लोग भी मारे गए थे, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. पाल की पत्नी पूजा ने प्रयागराज जिले के धूमनगंज थाने में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. शुरुआत में इस मामले की जांच स्थानीय पुलिस और अपराध शाखा, अपराध जांच विभाग (सीबीसीआईडी) ने की थी. बाद में 22 जनवरी, 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने मामले को सीबीआई के सुपुर्द कर दिया था. सीबीआई ने मामले की जांच के बाद 20 अगस्त, 2019 को अतीक और अन्य अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था.

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