प्रयागराज में छात्र की हत्या पर बवाल: भीड़ ने एंबुलेंस तोड़ी, थाने पर पथराव

प्रयागराज में चचेरी बहन से छेड़खानी के विरोध पर 10वीं के छात्र सत्यम शर्मा (16) की हत्या के बाद शव सौंपने की मांग को लेकर 26 घंटे बाद भी जाम जारी रहा। इससे पहले आक्रोशित परिजनों-ग्रामीणों ने थाने पर पथराव के साथ ही सरकारी एंबुलेंस में तोड़फोड़ भी की। शाम सात बजे तक शव गांव में नहीं लाया जा सका था। उधर, घटना में शामिल गैरसमुदाय के प्रधान समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पूरेदत्तू गांव निवासी छात्र की सोमवार शाम चार बजे के करीब स्कूल से लौटते वक्त हत्या कर दी गई थी। पुलिस का दावा है कि छात्र को अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई। एक घंटे बाद शाम पांच बजे के करीब ग्रामीणों-परिजनों ने खीरी बाजार में जाम लगा दिया। इससे खीरी-कोहड़ार व खीरी-कोरांव मार्ग पर आवागमन ठप हो गया। रात भर मान-मनौव्वल चलता रहा, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने।

भोर में साढ़े तीन बजे के करीब पुलिस आयुक्त रमित शर्मा व डीएम संजय खत्री खीरी बाजार पहुंचे और लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खत्म करने को कहा। इसके बाद कुछ लोग तो हट गए, लेकिन बहुत से लोग बाजार में ही बैठे रहे। सुबह 11 बजे के करीब भी शव नहीं पहुंचा तो परिजन व ग्रामीणों ने थाना घेर लिया।

पुलिस ने उन्हें हटाना चाहा तो उन्होंने पथराव कर दिया, जिससे कुछ देर के लिए अफरातफरी मची रही। बाद में अधिकारियों व बड़े-बुजुर्गों के समझाने पर लोग माने और थाने से हटकर फिर बाजार में पहुंचकर जाम लगा दिया। इसके बाद इंतजार होता रहा, लेकिन शाम सात बजे तक शव नहीं लाया जा सका था। इस दौरान कई बार पुलिस व प्रदर्शनकारियों में नोकझोंक भी हुई।

देर शाम हुआ पोस्टमार्टम
मृतक के शव का पोस्टमार्टम शाम पांच बजे के करीब हुआ। तनावपूर्ण माहौल के बीच दोपहर में पंचानामे की कार्रवाई पूरी कर पुलिस मृतक के भाई पुरुषोत्तम को लेकर मोर्चरी पहुंची और इसके बाद पोस्टमार्टम शुरू हुआ। पोस्टमार्टम में मृतक के सिर के पिछले हिस्से में चोट का निशान मिला है और माना जा रहा है कि यही चोट उसकी मौत का कारण बनी। तीन डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया।

बेटे व दो भांजों समेत गिरफ्तार हुआ प्रधान
पुलिस ने नामजद आरोपी तुर्कपुरवा ग्राम प्रधान मो. यूसुफ समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पांचों गैरसमुदाय के हैं। इनमें दूसरा नामजद आरोपी मोनिस व तीन बाल अपचारी शामिल हैं। बाल अपचारियों में एक प्रधान का बेटा जबकि दो उसके भांजे हैं। प्रधान का बेटा भी उसी स्कूल में पढ़ता है, जहां मृतक सत्यम पढ़ता था।

पुलिस आयुक्त ने रात भर किया कैंप, दूसरे दिन भी डटे रहे
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त रमित शर्मा समेत तमाम अफसरों ने रात भर खीरी थाने में ही कैंप किया। उधर, डीएम भी रात में ही पहुंचे थे, लेकिन वह कुछ घंटों बाद वापस लौट गए। मंगलवार सुबह एक बार फिर वह थाने पहुंचे और इसके बाद सभी अफसर देर शाम तक मौके पर ही डटे रहे।

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