निर्वाचन नतीजों पर अमेरिकी संसद की बुलाई गई बैठक से पहले व्हाइट हाउस और अमेरिकी कैपिटल भवन के बाहर भारी संख्या में ट्रंप समर्थक जमा हो गए.
अमेरिका के जॉर्जिया में चुनावों में धांधली के आरोपों के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इन समर्थकों ने वोटों की गिनती रोकने की कोशिश करते हुए कैपिटल भवन में घुसने की कोशिश की. पुलिस के रोकने के बाद यहां हिंसा भड़क उठी. अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. स्थितियां खराब होते देख वॉशिंगटन डीसी में 15 दिन के लिए आपातकाल घोषित कर दिया गया है. अब जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने तक यह आपातकाल लागू रहेगा.
इससे पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से चुनाव धांधली का आरोप लगाया है. साथ ही ट्रंप अब अपने समर्थकों के साथ दबाव बनाने में जुटे हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों से अपील की है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे. ट्रंप ने कहा कि ‘प्रदर्शन में हिंसा नहीं होनी चाहिए. याद रखें, हम कानून और व्यवस्था की पार्टी हैं.’ हालांकि ट्रंप के समर्थकों ने वोटों की गिनती को रोकने के लिए कैपिटल भवन में घुसने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए फायरिंग शुरू दी. वॉशिंगटन डीसी की मेयर ने आपातकाल की घोषणा करते हुए कहा कि नए राष्ट्रपति के पद संभालने तक यह लागू रहेगा.
उप राष्ट्रपति भी ट्रंप के खिलाफ
अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने भी डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. माइक पेंस के चीफ ऑफ स्टाफ ने दावा किया है कि उन्हें व्हाइट हाउस में घुसने नहीं दिया जा रहा है. पेंस को सलाह देने के लिए ट्रंप ने उन्हें जिम्मेदार ठहराया है.
कैपिटल बिल्डिंग में लॉकडाउन
यूएस कैपिटल बिल्डिंग में लॉकडाउन लगा दिया गया है. साथ ही कई कांग्रेस भवनों को खाली कर लिया गया है. ट्रंप समर्थकों के बढ़ते हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.