अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन रविवार को अचानक पश्चिमी यूक्रेन पहुंच गईं. उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की पत्नी ओलेना जेलेंस्की से मुलाकात की. रूस के हमले के बाद यूक्रेन जाने वाली अमेरिकी हस्तियों में अब जिल भी शुमार हो गईं. जिल ने ओलेना से कहा, ‘मैं मदर्स डे पर यहां आना चाहती थी. मुझे लगा कि यूक्रेन के लोगों को यह दिखाना चाहिये कि अमेरिका के लोग यूक्रेन के लोगों के साथ खड़े हैं.’
दोनों की मुलाकात यूक्रेन सीमा से लगे स्लोवाकिया के गांव में स्थित एक स्कूल में हुई. दोनों ने एक छोटी सी कक्षा में बैठकर एक दूसरे से बात की. ओलेना ने इस ‘साहसिक कदम’ के लिये जिल का आभार व्यक्त किया और कहा, ‘हम समझ सकते हैं कि युद्ध के दौरान अमेरिका की प्रथम महिला के यहां आने का क्या महत्व है. वह ऐसे समय में यहां आई हैं, जब रोजाना सैन्य हमले हो रहे हैं.’
शनिवार को बुखारेस्ट में थीं जिल बाइडेन
इससे पहले शनिवार को अमेरिका की पहली महिला रोमानिया और स्लोवाकिया की चार दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन बुखारेस्ट में थीं. स्लोवाकिया भी यूक्रेन के साथ एक सीमा साझा करता है. जिल बाइडेन ने रूसी हमले के कारण देश छोड़कर भागे यूक्रेनी शरणार्थियों की तरह-तरह से मानवीय मदद करने के लिए रोमानियाई सरकार और राहत संगठनों की सराहना की.
उन्होंने इस एकजुटता के प्रदर्शन को ‘अद्भुत’ बताया, लेकिन कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है. बड़े पैमाने पर किए गए राहत प्रयासों को लेकर बुखारेस्ट स्थित अमेरिकी दूतावास में लगभग एक घंटे तक चले भाषण (ब्रीफिंग) के दौरान बाइडेन ने यह सराहना की. बाइडेन ने कहा, ‘‘यह आश्चर्यजनक है. यह रोमानिया की एकजुटता है कि आप सभी एक साथ काम कर रहे हैं. लेकिन मुझे लगता है कि यह वास्तव में, दुर्भाग्य से, अभी शुरुआत है. बस शुरुआत है.’’
यूक्रेन को कई अरब डॉलर की मदद कर चुका है अमेरिका
शुक्रवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को “अतिरिक्त तोपखाने, रडार और अन्य उपकरण” के रूप में अतिरिक्त सुरक्षा सहायता की घोषणा की थी. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि नवीनतम पैकेज $150 मिलियन मूल्य के उपकरण के लिए है, जिसमें 25,000 155 मिमी आर्टिलरी राउंड, काउंटर-आर्टिलरी रडार, जैमिंग उपकरण और फील्ड उपकरण और स्पेयर पार्ट्स शामिल हैं. अमेरिका ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह यूक्रेन को दीर्घकालिक सहायता प्रदान करने का इरादा रखता है और पहले ही देश को सैन्य और मानवीय सहायता में अरबों डॉलर प्रदान कर चुका है.