अमेरिका में पाकिस्तान समर्थक सांसद का भारत विरोध चरम पर

पाकिस्तान के लिए भारत को विशेष रूप से चिंता समयंक मानी जाने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी वाला देश घोषित करने को मांग की गई है। इल्हान उमर के इस प्रस्ताव में अमेरिका के विदेश मंत्रालय से गुजारिश की गई है। प्रस्ताव में कहा गया कि अमेरिका का विदेश मंत्रालय भारत को एक ऐसा देश घोषित करे जहां पर धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का कथित उल्लंघन होता है। इस प्रस्ताव को सांसद रशीदा तालिव विरोधी तेवर जारी रखते हुए अमेरिकी सदन में एक प्रस्ताव पेश किया है। बता दें कि उमर ने हाल में पाकिस्तान के के विदेश मंत्री से धार्मिक दौरा कर चुकी कब्जे वाले कश्मीर का भी दौरा किया था। ये प्रस्ताव पेश करने वाली अमेरिका की मुस्लिम महिला सांसद दुनिया भर में ‘इस्लामोफोबिया’ से जुड़े मामलों पर अपनी राय देने के लिए मशहूर हैं। इल्हान उमर को स्वघोषित तौर पर पूरी दुनिया के मुस्लिमों के मानवाधिकारों का सबसे बड़ा रक्षक माना जा सकता है। इसके साथ ही उनके बयानों की वजह से वो कभी अपने ही देश के राजनेताओं तो कभी सरकार के लिए भी मुसीबत का सबब बन जाती हैं।

कौन है इल्हान उमर ?

40 साल की इल्हान सोमालियाई अमेरिकी राजनेता हैं जो साल 2019 से मिनिसोटा में चुनाव जीतकर हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में आई थी। वो अमेरिकी संसद यानी कांग्रेस में पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम महिला सांसदों में से एक हैं। अमेरिकी संसद में पहुंचने वाली वो पहली सोमालियाई अमेरिकी नागरिक भी हैं। मूल रूप से वो अफ्रीका की नागरिक रही हैं। 

भारतीय-अमेरिकी मुस्लिम समूह ने की प्रस्ताव की सराहना

अमेरिका के एक मुस्लिम संगठन ‘इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल’ (आईएएमसी) ने डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद इल्हान उमर द्वापा प्रस्ताव पेश करने के लिए सराहना की है। संगठन के अध्यक्ष सैयद अफजल अली ने कहा, ‘‘ यह देखना दुखद है कि जिस देश से हम प्यार करते है वह अपने सबसे कमजोर नागरिकों के साथ भेदभाव कर रहा है और कट्टरता, असहिष्णुता के मार्ग पर चल रहा है।’’ हालांकि, इस तरह के प्रस्ताव के पारित होने की उम्मीद न के बराबर है, खासतौर पर सांसद उमर के प्रतिशोधी रुख को देखते हुए।

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