दिल्ली में नड्डा से मिले विजयवर्गीय, बोले- एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत पर महासचिव पद छोड़ा

मध्य प्रदेश में मंत्री बनने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। फिर एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का हवाला देकर राष्ट्रीय जिम्मेदारी से खुद को मुक्त कर लिया। 

पार्टी अध्यक्ष नड्डा के साथ फोटो साझा करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि “आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत ‘एक व्यक्ति एक पद’ के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफ़ा सौपा। मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने 9 वर्ष तक पहले अमित शाह जी और फिर जेपी नड्डा जी के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न स्थानों पर संगठन को गढ़ने में प्राण-प्रण से कार्य किया। अब मुझे पार्टी ने मध्यप्रदेश में एक नई भूमिका के लिए भेजा है। मैं प्रधानमंत्री जी का संकल्प वर्ष 2047 में भारत, विश्व का शक्तिशाली देश बने। इस दिशा में मध्यप्रदेश को शक्तिशाली बनाने के लिए हम माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी और गृहमंत्री अमित शाह जी के नेतृत्व में कार्य करेंगे। मेरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश विकास की एक नई इबारत लिखेगा।”

नौ साल पहले बने थे महासचिव

कैलाश विजयवर्गीय को नौ साल पहले राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी मिली थी। तब वे मध्य प्रदेश सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री थे। इस्तीफा देकर केंद्र की राजनीति में गए थे। इस दौरान हरियाणा और पश्चिम बंगाल का प्रभार भी संभाला। हरियाणा में पार्टी ने उनके प्रभारी रहते ही पहली बार अपने दम पर सरकार बनाई थी। पश्चिम बंगाल में भी भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनावों में पहले से बेहतर प्रदर्शन किया था। नौ साल बाद शीर्ष नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव में टिकट देकर उनकी प्रदेश में वापसी के रास्ते खोल दिए। विजयवर्गीय इंदौर की एक नंबर विधानसभा सीट से विधायक है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here