पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर देश में चर्चा है। इन सबके बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। पुणे में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। हिंसा प्रजातांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात करता है। मुट्ठी भर लोग सोशल मीडिया पर आकर हमारी महान उपलब्धियों को कम करे यह ठीक नहीं है।
जगदीप धनखड़ ने कहा कि केवल युवा ही उन लोगों के खिलाफ खड़े हो सकते हैं जो हिंसा फैलाते हैं और हमारी उपलब्धियों को नीचा दिखाते हैं। मैंने उनसे मानवाधिकारों की रक्षा करने को कहा। मुझे उम्मीद है कि आज के युवा मेरी प्रार्थना सुनेंगे। माना जा रहा है कि बिना नाम लिए उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला किया है। अपने बयान में जगदीप धनखड़ ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा की पीड़ा देखकर जिस हद तक इसकी भयावहता का प्रसार हुआ, मैं कह सकता हूं कि हिंसा लोकतंत्र का दुश्मन है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद कथित हिंसा के मामले में हत्या एवं बलात्कार जैसे गंभीर मामलों की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने का बृहस्पतिवार को आदेश दिया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिन्दल की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय पीठ ने चुनाव के बाद कथित हिंसा के संबंध में अन्य आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का भी आदेश दिया।