हमने जय और पराजय दोनों देखा है, इस बार भी भारी बहुमत से जीतेंगे: मोदी

पांच राज्यों में होने वाले चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को समाचार एजेंसी एएनआइ को इंटरव्यू दिया। इस दौरान उन्होंने कहा, “मैं इस चुनाव में सभी राज्यों में देख रहा हूं कि भाजपा के प्रति लहर है और भाजपा भारी बहुमत से जीतेगी। हमें सेवा का मौका इन सभी 5 राज्यों की जनता देगी। जिन राज्यों ने हमें सेवा का मौका मिला है उन्होंने हमें परखा है, हमारे काम को देखा है।”

उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी बार-बार हारकर जीतने लगी। जब हम जीतते हैं, तो हम जमीनी स्तर से जुड़ने की कोशिश करते हैं और दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। हम हार में भी उम्मीद की तलाश करते हैं। हमारे लिए चुनाव खुले विश्वविद्यालयों की तरह हैं जहां नई भर्तियों के अवसर हैं और खुद को चमकाने का मौका है।

किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं किसानों का दिल जीतने आया हूं। मैं छोटे किसानों का दर्द समझता हूं।  मैंने कहा था कि किसानों के लाभ के लिए कृषि कानून लागू किए गए थे, लेकिन राष्ट्रीय हित में वापस ले लिए गए।

अखिलेश यादव पर हमला करते हुए पीएम ने कहा, “देश में एक कल्चर चला है, राजनेता बोलते रहते हैं कि हम ये करेंगे, वो करेंगे। 50 साल बाद भी कोई अगर वो काम कर देगा तो कहेंगे कि हमने ये उस समय कहा था। ऐसे लोग राजनीति में बहुत मिल जाएंगे।

पीएम ने अपने साक्षात्कार में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, “परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है। जब परिवार ही सर्वोपरि होता है, परिवार को बचाओ पार्टी बचे न बचे, देश बचे न बचे। ये जब होता है तो सबसे बड़ा नुकसान प्रतिभा को होता है। सार्वजनिक जीवन में जितनी अधिक प्रतिभा आए वो जरूरी है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता निजी स्वार्थ के लिए विविधता को एक दूसरे से साथ विरोध के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। पिछले 50 साल उन्होंने यही किया है, हर बात पर देश को बांटों और राज करो। उनके अनुसार, “देश की आज जो हालत है उसमें सबसे ज़िम्मेदार कोई मुख्य धारा है तो वे कांग्रेस है।” 

यही नहीं, कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं। अगर यही इस देश की मुख्य धारा में रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा।”

परिवारवाद के मुद्दे पर उन्होंने सपा को भी जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि मैं समाज के लिए हूं परन्तु मैं जो नकली समाजवाद की चर्चा करता हूं ये पूरी तरह परिवारवाद है। लोहिया जी का परिवार कहीं नजर आता है क्या? जॉर्ज फर्नांडिस का परिवार कहीं नजर आता है क्या? नीतीश बाबू का परिवार कहीं नजर आता है क्या?

उनके अनुसार, “एक बार किसी ने मुझे चिट्ठी भेजी थी कि उ.प्र. में समाजवादी पार्टी के परिवार से 45 लोग ऐसे थे जो किसी न किसी पद पर थे। किसी ने मुझे कहा कि उनके पूरे परिवार में 25 साल से अधिक आयु के हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है।

जमसंघ के जमाने को याद करते हुए पीएम ने कहा कि ‘हमने जय और पराजय दोनों देखा है।’ उन्होंने कहा कि हमने ज़मानत ज़ब्त होती देखी हैं। एक बार जनसंघ के समय चुनाव हारने पर भी मिठाई बांटी जा रही थी, तो हमने पूछा की हारने पर मिठाई क्यों बांट रहे हैं? तब बताया गया कि हमारे तीन लोगों की ज़मानत बच गई।

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