कड़वी सच्चाई मोदी ने क्यूं बयाँ की ?

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राजस्थान के बांसवाड़ा में, और उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में कांग्रेस के घोषणापत्र पर अर्बन नक्सलियों का प्रभाव होने का जिक्र किया। श्रीमोदी ने कहा कि कांग्रेस के मैनोफेस्टो में माओवाद की झलक है जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस सत्ता में आई तो अमीरों की संपत्ति का सर्वे करा कर जायदाद व संपत्ति (गहनों आदि) सर्वहारा वर्ग को बांट दी जायगी। प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि 18 वर्ष पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि राष्ट्र की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। श्रीमोदी ने कहा- जब्ती के बाद यह सरकारी संपत्ति किसको दी जाएगी! क्या ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को या आतंकवादियों को?

प्रधानमंत्री के इस बयान पर अर्बन नक्सली और फर्जी सेक्यूलरवादी आग बबूला हैं। श्रीमोदी के बयान के विरोध में राहुल गांधी ने कहा है कि हमारा घोषणापत्र क्रान्तिकारी है तो कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मनमोहन सिंह ने ऐसा कुछ नहीं कहा था। सुप्रिया के बयान के बाद मनमोहन सिंह का 9 दिसंबर 2006 में राष्ट्रीय विकास परिषद का बयान अब खूब वायरल हो रहा है जिसमें मनमोहन सिंह साफ-साफ कह रहे हैं कि राष्ट्रीय संसाधनों पर मुसलमानों का पहला अधिकार है।

मोदी फोबिया से पीड़ित असदुद्दीन ओवैसी, आरफा खान, रवीश कुमार, अजीत अंजुम आदि ने मोदी के विरुद्ध बयानबाज़ी और पोस्टर युद्ध शुरू कर दिया है। मोदी ने अलीगढ़ की सभा में यह भी क‌हा है कि उनकी सरकार सभी नागरिकों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समान रूप से पहुंचा रही है। प्रधानमंत्री ने अलीगढ़ में यह भी बताया कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस से कह कर उन्होंने भारत से हज को जाने वालों की संख्या दुगनी यानी 50 हजार से एक लाख करा दी और हज यात्रा के नियम सरल करा दिए। सऊदी अरब की जेलों में बन्द 750 भारतीय मुसलमानों की सजा माफ करा दी किन्तु कांग्रेस प्रवक्ता इस पर चुप हैं। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस व वामपंथियो की तुष्टीकरण नीति पर जो कहा यह एक कड़‌वी सच्चाई है लेकिन वोट बैंक के चक्कर में कांग्रेस सदा से तुष्टीकरण की नीति अपना रही है, मनमोहन सिंह के बयान की भांति इसके दर्जनों साक्ष्य व उदाहरण हैं।

जहां तक गरीबों में संपत्ति बांटने का प्रश्न हैं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पास 15,77,22,896 रुपये की संपत्ति, सोनिया गांधी के पास 11.81 करोड़ रुपये की संपत्ति, जिसमें 88 किलो चांदी, 1 किलो सोना, प्रियंका वाड्रा के पास 450 करोड़ रुपये, जिसमें 85 करोड़ रुपये के चार बंगले व 44 करोड़ की 5 कारें तथा राहुल गाँधी के पास 20 करोड़ रुपये की संपत्ति है। अच्छा होता कि गरीबों के प्रति स्नेह दिखाने के लिए वे चुनाव से पूर्व ही इस संपत्ति को निर्धनों में बांट दें।

गोविन्द वर्मा
संपादक ‘देहात’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here