जम्मू कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीटों पर अकेले लड़ेंगे चुनाव: नेशनल कान्फ्रेंस

श्रीनगरः नेशनल कांफ्रेंस ने बुधवार को घोषणा की कि चुनाव होने पर वह जम्मू-कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। नेशनल कांफ्रेंस ने ऐसा कहकर पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लरेशन (पीएजीडी) खत्म करने का वस्तुत: संकेत दिया।

पीएजीडी में पांच दल – नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) शामिल हैं। इसका गठन अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त किये जाने के बाद जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के उद्देश्य किया गया था जो 4 अगस्त, 2019 को अस्तित्व में था।

पीएजीडी ने जिला विकास परिषद का चुनाव एकसाथ मिलकर लड़ा था जिसमें शुरुआत में सज्जाद गनी लोन के नेतृत्व वाला पीपुल्स कॉन्फ्रेंस भी एक घटक था। हालांकि, बुधवार को जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) ने कई ट्वीट करके पीएजीडी के कुछ घटकों द्वारा पार्टी के खिलाफ दिए गए भाषणों पर निराशा व्यक्त की।

नेशनल कॉन्फ्रेंस उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला की अध्यक्षता में एक बैठक के बाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि बैठक के प्रतिभागियों ने ‘‘जेकेएनसी को लक्षित करके पीएजीडी के कुछ घटकों द्वारा किए गए हालिया बयानों और भाषणों पर निराशा व्यक्त की।’’ उसने कहा, ‘‘उन्होंने महसूस किया कि यह अमलगम की समग्र एकता में योगदान नहीं देता।

प्रांतीय समिति के प्रतिभागियों ने पीएजीडी में जेकेएनसी के साथ किए गए अनुचित व्यवहार की निंदा की। प्रतिभागियों ने पीएजीडी घटकों से सुधार के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की।’’ इसने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘प्रांतीय समिति के सदस्यों ने सर्वसम्मति से संकल्प लिया कि जेकेएनसी को सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करनी चाहिए।’’

घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने कहा कि चुनाव कभी भी उनकी पार्टी का उद्देश्य या पीएजीडी के गठन का कारण नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘एकता के व्यापक हित में, अमलगम के घटकों को एक साथ चलने की जरूरत है। हालांकि, चुनावों पर फैसला नेशनल कांफ्रेंस को करना है।’’

बैठक का जिक्र करते हुए नेशनल कांफ्रेंस ने कहा कि अब्दुल्ला ने लोगों से कहा कि वे अपना पंजीकरण कराएं और जम्मू-कश्मीर की पहचान की रक्षा के लिए भारी संख्या में मतदान करें। अब्दुल्ला के हवाले से कहा गया, “जम्मू-कश्मीर की पहचान की रक्षा करने का एकमात्र तरीका है कि आप पहले पंजीकरण करें और भारी संख्या में अपना वोट डालें।’’ नेशनल कांफ्रेंस ने कहा कि बैठक में जम्मू-कश्मीर से संबंधित मुद्दों, विशेष रूप से ‘‘गैर-स्थानीय मतदाताओं को मतदाता सूची में शामिल करने’’ पर चर्चा की गई। 

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