वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बना ली। सेमीफाइनल तक आकर दक्षिण अफ्रीका को फिर से हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने आठवीं बार फाइनल में जगह हासिल की। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल रविवार को अहमदाबाद में खेला जाएगा। 20 साल पहले 2003 में दोनों टीमों ने फाइनल खेला था।
टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका ने पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया था। हालांकि यह निर्णय गलत साबित हुआ। टेम्बा बवुमा शून्य और डी कॉक 3 रन बनाकर आउट हो गए। मार्करम और रैसी वैन डर डुसेन भी नहीं टिके। स्कोर 4 विकेट पर 24 रन हो गया। बारिश से एक बार खेल रोकना पड़ा लेकिन बाद में फिर से शुरू हो गया।
डेविड मिलर और क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीका को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला। दोनों के बीच अर्धशतकीय भागीदारी हुई। क्लासेन 47 रन बनाकर आउट हो गए। बाद में कोएट्जी और मिलर के बीच साझेदारी हुई। मिलर टिके रहे और फिफ्टी के बाद शतक के करीब आ गए और इसे पूरा भी कर लिया। कोएट्जी इससे पहले 19 रन बनाकर आउट हो गए। मिलर 101 पर आउट हुए और दक्षिण अफ़्रीकी पारी 212 रन बनाकर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टार्क और कमिंस ने 3-3 विकेट झटके।
जवाब में खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया ने धमाकेदार शुरुआत की। डेविड वॉर्नर और ट्रेविस हेड के बीच पहले विकेट के लिए 60 रनों की भागीदारी हुई। इस बीच वॉर्नर को मार्कराम ने 29 के निजी स्कोर पर आउट कर दिया। उनके बाद मिचेल मार्श को रबाडा ने बिना खाता खोले आउट कर दिया। ट्रेविस अच्छी बैटिंग करते हुए फिफ्टी जड़कर 62 के निजी स्कोर पर केशव महाराज का शिकार बने।
लाबुशेन 18 और मैक्सवेल 1 रन पर आउट हुए और स्कोर 5 विकेट पर 137 रन हो गया। यहाँ से स्टीव स्मिथ और इंग्लिस ने मोर्चा संभाला। टिकने के बाद स्मिथ खराब शॉट खेलकर 30 रन के स्कोर पर कोएट्जी का शिकार बन गए, उनके बाद जोश इंग्लिस 28 पर आउट हो गए। यहाँ से कमिंस और स्टार्क ने खड़े होकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।