अटल जयंती पर छात्र-छात्राओं को योगी ने वितरित किए टैबलेट व स्मार्टफोन

पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को ‘सुशासन दिवस’ के अवसर पर प्रदेश में स्नातक, स्नातकोत्तर, मेडिकल, इंजीनियरिंग और कौशल विकास प्रशिक्षण से जुड़े विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन वितरण की योजना का आगाज किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम में प्रतीकात्मक रूप से कुल 26 छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन दिया। इसके बाद स्टेडियम में मौजूद 60 हजार विद्यार्थियों में टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीतने वाली मणिपुर की मीराबाई चानू को 1.50 करोड़ और उनके कोच विजय शर्मा को 10 लाख की सम्मान राशि देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि यह हमारे विद्यार्थियों को तकनीक से जोड़ने की दिशा में बड़ी पहल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया का सपना साकार किया जा रहा है। यह पीएम मोदी के सक्षम नेतृत्व में ही संभव हो पाया है कि कोरोना की महामारी ने जहां बड़े विकसित और ताकतवर देशों को असहाय कर दिया। हमारे देश ने कोरोना का मुकाबला पूरी बहादुरी से किया। मोदी जी के नेतृत्व में सबके साथ व सबके विकास का सपना साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान विद्यार्थियों के लिए राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अटलजी की प्रेरणा हमेशा मार्गदर्शक की भूमिका में रहेगी। 

युवाओं के भविष्य से खेलने वालों की सही जगह है जेल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों की सही जगह जेल है। उन्होंने पिछली सरकारों पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी सरकार की नीयत साफ है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन के साथ फ्री डिजिटल एक्सेस भी देगी ताकि लाभार्थी इसके जरिये कंटेंट ले सकें और उसे शेयर भी कर सकें।

उन्होंने कहा कि अगले एक सप्ताह में सभी कमिश्नरी मुख्यालय पर कार्यक्रम आयोजित कर सभी पात्र लाभार्थियों को टैबलेट व स्मार्ट फोन बांटे जाएंगे। पिछले साढ़े चार साल में शिक्षा के स्तर में बेहतरी का दावा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि भाजपा सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों से सख्ती से निपटेगी। उन्होंने कहा कि पेपर लीक करने वालों और फर्जी नियुक्ति पत्र देने वालों को उनकी सरकार ने जहां जेल का रास्ता दिखाया है, वहीं शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के साथ नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया है।

किसी का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 के पहले नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद का बोलबाला था। सरकारी विभागों में भर्ती की वैकेंसी निकलने के साथ ही एक ही खानदान के चाचा, भतीजा, मामा समेत पूरा परिवार हाथ में थैला लेकर वसूली के लिए निकल पड़ता था। लेकिन अब पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से सरकारी भर्तियां हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि जब सरकार की नीयत साफ होती है तो काम भी दमदार दिखता है। एक समय नौकरी की तलाश में बाहर जाने वाले यूपी के युवकों को हेय दृष्टि से देखा जाता था। लेकिन अब यूपी के प्रति देश दुनिया का नजरिया बदला है। 2017 से पहले प्रदेश में बेरोजगारी की दर 18 फीसदी थी, जो अब घटकर साढे 4 प्रतिशत तक आ गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल के दौरान विकास और कानून व्यवस्था के मामले में प्रदेश ने बेहतर काम किया है। गरीबों की जमीनों पर जबरन कब्जा करने वालों और व्यापारियों से वसूली करने वाले माफिया और आपराधिक तत्वों की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चल रहा है। माफिया के संरक्षकों को इससे तकलीफ हो रही है। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर मंत्री आशुतोष टंडन, रमापति शास्त्री, डॉ. महेन्द्र सिंह, सतीश द्विवेदी, स्वाति सिंह, धर्मवीर प्रजापति, अजीत पाल सिंह तथा महापौर संयुक्ता भटिया भी मौजूद थीं।

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