आप जब वोट देने जाते हैं तो अबतक आप अपना वोटर आईडी कार्ड साथ ले जाते हैं, लेकिन बहुत जल्द अब आप डिजिटल फॉर्म में अपना वोटर कार्ड इस्तेमाल कर सकेंगे. खबर है कि अब आपका वोटर कार्ड आधार कार्ड की तरह डिजिटल हो सकता है, जो इसे डिजिटलीकरण के करीब ले जाएगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत निर्वाचन आयोग (EIC) वोटर आईडी कार्ड को डिजिटल बनाने के लिए विचार कर रहा है. ऐसा होने पर मतदाता अपना वोटर आईडी कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे. चर्चा यह भी है कि डिजिटल वोटर आईडी कार्ड अगले साल (2021) पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ही उपलब्ध कराया जा सकता है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चुनाव आयोग से पोल पैनल योजना के आगे बढ़ने का इंतजार है. रिपोर्ट में, सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि नए मतदाताओं को यह ऑटोमैटिक सुविधा मिलेगी, जबकि मौजूदा मतदाताओं को मतदाता हेल्पलाइन ऐप के जरिये से कुछ औपचारिकताओं को पूरा करना होगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि नए मतदाताओं को रजिस्टर्ड मोबाइल कनेक्शन पर कार्ड डाउनलोड करने के बाद सुविधा मिलेगी. ईपीआईसी के डिजिटल फॉर्मेट पर दो अलग-अलग क्यूआर कोड होंगे. एक क्यूआर कोड में मतदाता का नाम और दूसरी डीटेल होंगी. दूसरे कोड में मतदाता की दूसरी जानकारी होगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि क्यूआर कोड्स में डाटा स्टैक्ड के आधार पर वोटिंग राइट्स का फायदा उठाया जा सकता है.
एक बार जब चुनाव आयोग इस स्कीम को पूरी तरह से पेश कर देगा तो सर्विस और प्रवासी मतदाता भी अपना डिजिटल वोटर आईडी कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे. फिलहाल उन्हें फिजिकल वोटर आईडी कार्ड नहीं दिए गए हैं. यह सुविधा उन मतदाताओं के लिए भी उपयोगी होगी, जो एक जगह से दूसरे जगह जा चुके हैं और उन्हें नए मतदान केंद्रों पर अपना नाम दर्ज करने की जरूरत है. इसके अलावा, जिन मतदाताओं ने अपने कार्ड खो दिए हैं और नए के लिए अप्लाई किया है, वे इस सर्विस का इस्तेमाल नए कार्ड के लिए एप्लीकेशन एक्सेप्ट होने के बाद भी कर सकेंगे.