दो अलग-अलग इनपुट्स पर पुलिस की टीम ने की कार्रवाई युवकों के पास से कैश, लैपटॉप और कई मोबाइल मिले
लॉकडाउन में होटल में रूम लेकर सट्टे का रैकेट ऑपरेट नहीं कर पाए को चलती कार में शुरू कर दिया खेल
तेलीबांधा थाना पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में 7 सटोरियों को पकड़ा है। दोनों ही मामले में सट्टे का धंधा चलती कार में ऑपरेट हो रहा था। लॉकडाउन के बीच सट्टेबाजों को पकड़े जाने का डर है, इसलिए बार-बार अपनी लोकेशन चेंज करते हुए कार में ही सट्टे का सौदा किया जा रहा था। दोनों मामलों में पुलिस ने कैश और लैपटॉप बरामद किया है। गिरफ्तार किए गए युवकों के तार मुंबई और एमपी के मंडला के सटोरियों से जुड़े हैं। फिलहाल पूछताछ और जांच जारी है।
इस प्रकरण में पुलिस ने गुढ़ियारी निवासी रितेश गोविंदानी, जितेश प्रेमचंदानी और सिविल लाइंस के रहने वाले जगजीत सिंह को पकड़ा है। 21 सितंबर को रायपुर के एक होटल से 10 लोगों को पकड़ा गया। इसी केस में आगे की जांच के सिलसिले में पुलिस एमपी के मंडला गई हुई थी। यहां पुलिस को पता चला कि युवक आई 20 कार में घूम-घूम कर सट्टे का काम कर रहे हैं। तेलीबांधा चौके पास से इन युवकों को पकड़ा गया। पुलिस ने इनके पास से 10 हजार रुपए, 1 लैपटॉप, 9 मोबाइल फोन, 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की सट्टा पट्टी और कार जब्त कर ली है।
इस मामल में पुलिस ने जांजगीर के रहने वाले गौरव सबरवाल, बिलासपुर निवासी छोटे देवांगन, जांजगीर के ही महेन्द्र देवांगन और मोहम्मद रईस को पकड़ा गया है। ये युवक लॉकडाउन में किसी होटल वगैरह में रूम नहीं ले पाए, तो चलती कार में सट्टे का काम करने लगे। मुखबिर से पुलिस को इनके बारे में इनपुट मिला था। वीआईपी रोड चौक के पास से इन्हें पकड़ा गया। इनके पास से पुलिस को 12 हजार रुपए, 1 लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन और 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की सट्टा पट्टी मिली है।