मुजफ्फरनगर में निकाय चुनाव से पहले सपा में भगदड़

मुजफ्फरनगर में निकाय चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा से पहले ही समाजवादी पार्टी में विद्रोह शुरू हो गया है। पार्टी के 128 कार्यकर्ताओं ने अनदेखी का आरोप लगाते हुए सपा छोड़ने की घोषणा की है। कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ने के पीछे सपा के सक्रिय सदस्यों की अनदेखी का आरोप लगाया है। हालांकि इसकी बड़ी वजह हाल में ही राकेश शर्मा को नगर निकाय प्रभारी बनाया जाना माना जा रहा है।

सपा-रालोद गठबंधन जनपद में निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटा है। मुजफ्फरनगर पालिका सीट पर सपा प्रत्याशी के ही मैदान में उतरने की पूरी संभावनाएं है। 12 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं की पत्नियों ने मुजफ्फरनगर नगर पालिका अध्यक्ष पद चुनाव के लिए सपा के टिकट की दावेदारी की है। पार्टी ने हाल में जिलाध्यक्ष सहित निकाय चुनाव के लिए महानगर प्रभारी के नाम की भी घोषणा की है।

घोषणा के अनुसार ज़िया चौधरी को जिला अध्यक्ष और राकेश शर्मा को नगर निकाय प्रभारी बनाया गया है। राकेश शर्मा ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत 2017 में शहर विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़कर की थी। उसके बाद राकेश शर्मा ने समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली थी। तब से पार्टी संगठन का एक गुट राकेश शर्मा को तरजीह दिए जाने का विरोध कर रहा है।

पुराने सिपहसालार को नजर अंदाज करने का आरोप
हालांकि सपा के पूर्व नगर महामंत्री शलभ गुप्ता सहित 128 कार्यकर्ताओं ने पार्टी के पुराने सिपहसालार को नजर अंदाज कर नए लोगों को तरजीह देने का आरोप लगाते हुए सपा छोड़ने की घोषणा की है। बावजूद इसके पीछे उनके दिलों की वेदना राकेश शर्मा को बढ़ावा दिया जाना भी है। मुजफ्फरनगर नगर पालिका अध्यक्ष सीट पर समाजवादी पार्टी की ओर से राकेश शर्मा की पत्नी लवली शर्मा को ही उम्मीदवार बनाए जाने की प्रबल संभावनाएं हैं

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